बीकानेर,। सुजानदेसर-श्रीरामसर मार्ग पर स्थित आचार्यश्री महानंदजी मंदिर परिसर म बुधवार से 97 वर्षीय पंडित नथमल पुरोहित के यज्ञाचार्य म तथा स्वामी श्रीधरजी महाराज के सान्निध्य म बुधवार को प्रायश्चित स्नान एवं प्रायश्चिित हवन व कलश यात्रा के बाद 25 कुंडीय कोटि गायत्राी महायज्ञ शुरू, हुआ।
लक्ष्मीनाथ मंदिर से निकली जल यात्रा दांती बाजार, सुराणों का चौक, आचार्यों का चौक व घाटी, उस्ता बारी, धरणीधर महादेव मंदिर आदि मार्गों से होते हुए यज्ञ स्थल पर पहुंच° जल यात्रा म महिलाएं सिर पर कलश लिए हुए तथा पुरुष पारम्परिक यज्ञ वेशभूषा म संकीर्तन भजन करते हुए चल रहे थे। यज्ञाचार्य पंडित नथमल पुरोहित खुले वाहन म बैठ आशीर्वाद दे रहे थे। गाजे बाजे से निकली कलश यात्रा के दौरान रास्ते म आतिशबाजी की गई। जलयात्रा म शामिल श्रद्धालुओं का अनेक स्थानों पर पुष्पवर्षा से स्वागत किया गया।
जल यात्रा के यज्ञ स्थल पर पहुंचने पर मंडप प्रवेश, गणपत्यादि पूजन, कलश स्थापना, पुन्यावाचन और ब्राह्मणवरण, मातृत का पूजन एवं अग्नि प्राक्ट्य का अनुष्ठान हुआ। 25 कुंडी कोटि गायत्राी महायज्ञ 11 नवम्बर तक चलेगां
यज्ञाचार्य पंडित नथमल पुरोहित ने बताया कि बीकानेर शहर म पहली बार होने वाले इस यज्ञ म 221 वेदपाठी ब्राह्मण एक कोटि यानि एक करोड गायत्री के मंत्रा का जाप करगे। यज्ञ म आहूतियां ऋग्वेद,यर्जुवेद, सामवेद व अर्थवेद के मंत्रों से दिलवाई जाएगी। यज्ञ म उनके साथ पंडित गौरी शंकर चूरा, सुरेश पुरोहित, शंकर पुरोहित व अश्विनी जोशी मंत्राच्चारण करगे। यज्ञ स्थल पर गुरुवार से 10 नवम्बर तक सुबह सात से बारह बजे तक मंडप पूजन, गणपत्यादि पूजन, कलश पूजन, पुन्यावाचन होगा। यज्ञ म 15 लाख वैदिक मंत्रों से आहूतियां दोपहर दो बजे से शाम पांच बजे तक दी जाएगी।शाम साढ़े पांच बजे आरती होगी।