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हैलो बीकानेर न्यूज नेटवर्क ,चूरू, मदनमोहनआचार्य, hellobikaner.com  कालका पंचकूला प्रयास के संस्थापक-प्रांतीय अध्यक्ष, हरियाणा राज्य स्वापक नियंत्रण ब्यूरो (एनसीबी हरियाणा) प्रमुख एवं अम्बाला मंडल के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक श्रीकांत जाधव भापुसे साहब के दिशानिर्देशों एवं मार्गदर्शन में कालका में स्थित राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान एवं राजकीय महिला औद्योगिक प्रशिक्षण संसथान में अलग अलग एक दिवसीय नशे के विरुद्ध जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया।

 

 

 

हरियाणा राज्य स्वापक नियंत्रण ब्यूरो के जागरूकता कार्यक्रम एवं पुनर्वास प्रभारी/उप निरीक्षक डॉ.अशोक कुमार वर्मा इस कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में पधारे हुए थे। संस्थान के प्राचार्य मनदीप बेनीवाल की अध्यक्षता में दोनों स्थानों पर अलग अलग जागरूकता कार्यक्रम हुए। ब्यूरो अधिकारी डॉ.अशोक कुमार वर्मा ने शिक्षकों एवं विद्यार्थियों को नशे के विरुद्ध जागरूक करते हुए बताया कि हरियाणा को नशा मुक्त करने के लिए हरियाणा राज्य स्वापक नियंत्रण ब्यूरो का गठन किया गया है जिसकी बागडोर भारतीय पुलिस सेवा अधिकारी श्रीकांत जाधव साहब को सौंपी गई है।

 

 

उन्होंने विद्यार्थियों को नशे से दूर रहने के लिए जागरूक करते हुए कहा प्रश्न यह है कि यह नशा हम कहाँ से सीखते हैं। सबसे पहले तो परिवार, समाज, मित्र संगत और सबसे अधिक चलचित्र अभिनेताओं के अभिनय को देखकर आज का युवा प्रभावित होकर नशा सीख रहा है। कुछ पंजाबी गानों में तो नशे के सेवन को बहुत ही रोचक ढंग से प्रस्तुत किया है कि युवा उस और आकर्षित होकर नशा लेने लग जाते हैं। इसके अतिरिक्त बेरोजगारी, अवसाद, घरेलू कलह, गरीबी, असफलता, अशिक्षा, जागरूकता की कमी भी इसके मुख्य कारण हो सकते हैं।

 

 

इस समस्या से छुटकारा पाने के लिए जागरूकता और शिक्षा सबसे बड़ा और सबसे उपयोगी शस्त्र सिद्ध हो सकता है क्योंकि नशे की दलदल में फंसने वाले युवाओं को नशे के दुष्परिणामों का ज्ञान ही नहीं होता है क्योंकि पहले आरम्भ में वे नशे का सेवन मौज मस्ती के लिए करते हैं लेकिन ड्रग्स का नशा तो ऐसा है जिसे यदि एक या दो बार ले लिया जाए तो छोड़ना कठिन हो जाता है लेकिन इसका यह अभिप्राय नहीं है कि यह असंभव है। दृढ़ इच्छा शक्ति से कोई भी व्यसन छोड़ा जा सकता है। उन्होंने कहा कि 9050891508 पर गुप्त सूचनाएं देने के साथ नशा छोड़ने वाले भी सम्पर्क कर सकते हैं। कार्यक्रम के अंत में सभी ने हाथ उठाकर शपथ ग्रहण की। इस अवसर पर 578 प्रशिक्षणार्थियों ने भाग लिया।

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