30 नवंबर को बंद रहेंगे राज्य के निजी स्कूल अजमेर में बोर्ड कार्यालय के समक्ष लगेगा विशाल धरना
हैलो बीकानेर। प्राईवेट एज्यूकेशनल इंस्टीट्यूट्स प्रोसपैरिटी एलायंस (पैपा) ने आगामी तीस नवंबर को निजी स्कूलों के प्रस्तावित राजस्थान बंद और बोर्ड कार्यालय के घेराव और धरने का समर्थन किया है। पैपा के प्रदेश समन्वयक गिरिराज खैरीवाल के मुताबिक स्कूल क्रांति संघ, जयपुर, राजस्थान प्राईवेट एज्यूकेशन एसोसिएशन, अजमेर सहित राज्य के अनेक संगठनों द्वारा निजी स्कूलों की विभिन्न जायज मांगों के लिए अजमेर में माध्यमिक शिक्षा बोर्ड कार्यालय के समक्ष धरना, प्रदर्शन और घेराव तथा निजी स्कूलों में प्रदेशव्यापी बंद का आह्वान किया गया है।
उन्होंने बताया कि गैर सरकारी शिक्षण संस्थाओं के साथ सरकार द्वारा लगातार भेदभाव किया जा रहा है। सरकार की दमनकारी नीतियों के खिलाफ निम्न मांगों के लिए यह एक दिवसीय हड़ताल और बोर्ड कार्यालय के घेराव का आयोजन किया जा रहा है :-
1. अव्यावहारिक फीस एक्ट को वापस लिया जाए और सरकार स्वयं ही न्यूनतम और अधिकतम फीस संरचना स्कूल कैडर के मुताबिक निर्धारित करे।
2. गैर सरकारी शिक्षण संस्थाओं के स्टाफ के पुलिस वेरीफिकेशन और मनोवैज्ञानिक टेस्ट की बाध्यता समाप्त की जाए।
3. बात – बात पर मान्यता समाप्त की धमकी दी जानी बंद की जाए।
4. सरकारी स्कूलों और प्राइवेट स्कूलों के बच्चों में भेदभाव समाप्त कर प्राईवेट स्कूलों के बच्चों को भी सरकारी स्कूलों के बच्चों को मिलने वाले समस्त प्रोत्साहन दिया जाए।
5. आरटीई का पुनर्भुगतान वर्तमान सत्र की फीस के तहत किया जाए।
6. आरटीई के गत 5 सत्रों की बकाया राशि का एरियर तुरंत दिया जाए।
7. आरटीई संबंधी वाजिब समस्याओं का समाधान तुरंत प्रभाव से किया जाए।
8. एक देश – एक पाठ्यक्रम (NCERT) लागू किया जाए।
9. 5 वीं और 8 वीं बोर्ड परीक्षाओं का औचित्य समझाया जाए।
10. बोर्ड परीक्षाओं में समानता, निष्पक्षता और पारदर्शिता लागू की जाए।
11. बोर्ड परीक्षाओं में सरकारी और निजी स्कूलों के टीचर्स की समान ड्यूटी (50:50) लगाई जाए। 12. सरकारी शिक्षण संस्थाओं में निजी शिक्षण संस्थाओं के टीचर्स की ड्यूटी तथा निजी शिक्षण संस्थाओं में सरकारी टीचर्स की ड्यूटी लगाई जाए।
13. बोर्ड मैरिट पुनः शुरू की जाए।
14. बोर्ड परीक्षाओं में केंद्रीय मूल्यांकन (टेबल चैकिंग) प्रणाली लागू की जाए। 1
5. बगैर टीसी प्रवेश प्रक्रिया बंद की जाए।
पैपा ने इस आंदोलन के समर्थन का सर्वसम्मत निर्णय लेते हुए राज्य की समस्त निजी स्कूलों के संचालकों से आह्वान किया है कि इन सभी जायज मांगों के समर्थन में सरकार पर दबाव बनाने हेतु आप अपने स्कूल में 30 नवंबर, गुरुवार को पूर्ण अवकाश घोषित करें और इस आंदोलन को सफलतम बनाने हेतु अजमेर चलकर अपना सहयोग प्रदान करें।