बीकानेर (हैलो बीकानेर न्यूज़)। उर्जा एवं जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी, भूजल, कला एवं संस्कृृति मंत्री डाॅ.बी.डी.कल्ला ने कहा कि विभिन्न मदरसों में कार्यरत मदरसा टीचर्स की समस्याओं का निराकरण राज्य स्तर पर बातचीत कर किया जाएगा। एम.एस.काॅलेज व शहर की कुछ स्कूलों में उर्दू विषय खुलवाया जाएगा।
डाॅ.कल्ला रविवार को मोहल्ला व्यापारियान स्थित मदरसा सुलेमानियां में राजस्थान मदरसा, शिक्षा सहयोगी संघ की जिला शाखा की ओर से आयोजित कार्यक्रम में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि हिन्दी व उर्दू मौसेरी बहनों की तरह है। उर्दू भाषा का वे सम्मान करते है। उर्दू भाषा व उनके शिक्षक-शिक्षिकाओं को आगे बढ़ाने, उन्हें उचित सम्मान दिलवाने के लिए सरकार स्तर पर हर प्रयास करेंगे। पैराटीचर व शिक्षा विभाग के सामान्य शिक्षक के भेद को दूर करवा कर मदरसा टीचर्स को सम्मानजनक वेतन दिलवाने के लिए प्रयास किया जाएगा ।
उन्होंने मदरसों के शिक्षकों से कहा कि वे बच्चों को दीनी के साथ दुनियावी तालीम दें। कम शिक्षा वाले अल्प संख्यक मोहल्लों का सर्वेक्षण कर स्कूल या मदरसे में नहीं आने वाले बच्चों को नियमित पढ़ने के लिए प्रेरित करें। शिक्षा से वंचित बच्चों के अभिभावकों से समझाईश करें।
नगर विकास न्यास के पूर्व अध्यक्ष मकसूद अहमद ने कहा कि राज्य में मदरसों में शिक्षकों को सामान्य मजदूर से भी कम वेतन मिल रहा है। इनकी वेतन विसंगतियों को दूर कर सम्मानजनक वेतन दिलवाने और नियमित करने के प्रयास किए जाएं। संगठन के प्रदेश संयोजक अमीन कायमखानी ने कहा कि उर्दू के रिक्त पदों को भरा जाए तथा मदरसों में कार्यरत शिक्षकों की वार्षिक वेतनवृद्धि निर्धारित की जाए । कार्यक्रम में साजिद सुलेमानी, जियाउल रहमान, नाजिया हसन, संघ के अध्यक्ष शहजाद अली कादरी, महिला मंत्री शहनाज परवीन, उपाध्यक्ष इलमूदीन खिलजी, मदरसा के अध्यक्ष एडवोकेट मोहम्मद असगर, मोहम्मद रफीक, सूचना एवं जन सम्पर्क विभाग के पूर्व सहायक निदेशक मोहम्मद सलीम आदि ने डाॅ.कल्ला का शाॅल, साफा से अभिनंदन किया।