हैलो बीकानेर (राजेश के ओझा)। सब की नजरें टेलीविजन पर थी, सांसे जैसे थम सी गई, गली हो या चौक सब जगह संनाटा छाया हुआ था, एक एक पल जैसे बीकानेर के हर इंसान के लिए मुश्किल से कट रहा था और अगले ही पल जैसी दुनिया की सारी खुशीया बीकानेर के हिस्से में आ गई क्योंकि की पूरे भारत के टेलीविजन पर एक आवाज सुनाई दी ‘द नेक्ट इंडियन आइडल इज संदीप आचार्य…………..Ó और सड़कों पर जुलुस निकल पड़े हर तरफ मिठाईयां बटने लगी।
कैसे भुल सकता है बीकानेर वो दिन जब एक लड़के ने बीकानेर के नाम के साथ संगीत का सबसे बड़ा खिताब जोड़ दिया था जी हां इंडियन आइडल का खिताब, आपकी आखें नम हो रही हो तो कोई बड़ी बात नहीं आज वो इंसान हमारे बीच नहीं है लेकिन उसका नाम अमर है और अमर रहेगा। स्व. संदीप आचार्य ने ठीक आज से १३ साल पहले २२ अप्रेल २००६ को बीकानेर का नाम संगीत जगत में रोशन कर दिया था। आज भी इतिहास में दर्ज है वो नाम बीकानेर के संदीप आचार्य बने इंडियन आइडल २…..
इससे पहले बीकानेर अपने नमकीन और भुजिया से पूरे विश्व में जाना जाता था लेकिन 22 अप्रेल 2006 के बाद बीकानेर ने अपना संगीत जगत दर्ज करवा दिया। स्व. संदीप आचार्य ने बीकानेर के उन संगीत प्रेमीयों के रास्ता बना दिया जिन्हें टीवी पर खुद को दिखने के सपने ही आया करते थे। संदीप के बाद तो न जाने बीकानेर के कितने संगीत कलाकार टीवी पन अपना हुनर दिखा चुके है। बीकानेर को अब इंतजार है अगले उस कलाकार का जो बीकानेर को फिर से वही खुशी दे सके।