बीकानेर । देश में गहराते जल संकट के निवारण के लिए भारत सरकार की पहल पर राज्य सरकार के विभिन्न विभागों, जन प्रतिनिधियों स्वयसेवी संगठनों की व्यापक एवं सक्रिय भागीदारी से जिले के सभी खण्डों में जल शक्ति अभियान प्रारम्भ किया गया है। जिले में अभियान का पहला चरण 15 सितम्बर तक चलेगा।
जिला कलक्टर कुमार पाल गौतम की अध्यक्षता में सोमवार को कलेक्ट्रेट सभागार में जलशक्ति अभियान के तहत जिला कोर ग्रुप के तत्वावधान में अभियान की जिला स्तरीय तैयारी बैठक आयोजित की गई। गौतम ने बैठक में जल शक्ति अभियान के तहत जल संरक्षण एवं वर्षा जल संचयन, परम्परागत एवं अन्य जलाशयों का जीर्णोंद्धार, बोरवेल रिचार्ज स्ट्रक्चर्स का रियूज, जलग्रहण क्षेत्र विकास, सधन वृक्षारोपण के कार्य के संबंध में संबंधित विभागों को जिले का प्लान बनाने के निर्देश दिए है। उन्होंने कहा कि जल संरक्षण करना आज की आवश्यकता है। इस संबंध में जन सहयोग,जनप्रतिनिधियों और स्वयं सेवी संस्थाओं का सहयोग लिया जायेगा। उन्होंने जलसंक्षण के लिए एक रणनीति के तहत कार्य करने पर जोर दिया और कहा कि पुराने तालाबों का सुदृढ़ीकरण किया जाए तथा तालाबों में पानी की आवक में बने अवरोधों को चिन्हित करते हुए उन्हें हटाने का कार्य किया जाए।
गौतम ने कहा कि अभियान के तहत जिले के प्रत्येक ब्लॉक में प्रधानमत्री आवास योजना के तहत जो आवास बन रहे हैं, उनमें टांका निर्माण के काम स्वीकृत किए जाए। जिन विभागों में जल संरक्षण के संबंध में काम चल रहे है, उनके काम इस प्रोजेक्ट में शामिल किये जाए। मनरेगा में व्यक्तिगत टांकों के कार्य इस अभियान में किए जा सकते हैं। उन्होंने कहा कि वर्तमान में विभागों में जो बजट है,उसी में काम होने है। उन्होंने कृषि एवं उद्यानिकी विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे किसानों तक यह बात पहुंचाएं,कि कम पानी लेने वाली ही फसलों की बुवाई करें। उन्होंने वन विभाग के अधिकारियों से कहा कि वे ऐसे क्षेत्र चिन्हित करे, जहां पर सघन वृक्षारोपण हो सके।
जिला कलक्टर ने कहा कि सिंचाई में निपुण जल उपयोग एवं जल उपलब्धता के अनुसार उपयुक्त फसल के चयन को प्रोत्साहित किया जायेगा एवं कृषि एवं उद्यानिकी उद्देश्यों के लिए शहरी अपशिष्ट जल का पुनः उपयोग सुनिश्चित किया जायेगा। उन्होंने कहा कि जो अपशिष्ट जल है, उसे शहर के ट्रीटमेंट प्लान्ट में शुद्ध होने के बाद गोचर भूमि में घास पैदा की जा सकती है। इस संबंध में उन्होंने निगम आयुक्त को प्लान बनाने के निर्देश दिए।
जल शक्ति अभियान में इन विभागों की रहेगी विशेष भूमिका-जिले में जल शक्ति अभियान में ग्रामीण विकास,इंदिरा गांधी नहर परियोजना,सिंचाई,सिंचित क्षेत्र विकास विभाग,कृषि एवं बागवानी,वन, वाटर शैड, नगर निगम,नगर विकास न्यास,भू-जल,स्वच्छ भारत मिशन आदि विभागों की विशेष भूमिका रहेगी। जल बचत के लिए होंगे सामूहिक प्रयास- गौतम ने बताया कि जल शक्ति अभियान के लिए आमजन को पानी के प्रति सजग करने के साथ ही जल संरक्षण एवं संचय का संदेश दिया जायेगा। इसमें शिक्षा विभाग, जनप्रतिनिधि, स्काउट-गाइड, एनएसएस, इंजीनियरिंग कॉलेज, कॉलेज शिक्षा, स्वयं सेवी संस्थाओं का सहयोग लिया जायेगा।
बैठक में नोखा विधायक बिहारी लाल बिशनोई,नगर निगम के आयुक्त डॉ.प्रदीप के.गवांडे,नगर विकास न्यास सचिव सुनीता चौधरी, वाटरशैड के अधीक्षण अभियन्ता भागीरथ बिशनोई, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.देवेन्द्र चौधरी, वन,कृषि, सिंचित क्षेत्र विकास विभाग सहित स्वयसेवी संगठन,सामाजिक कार्यकर्ता, एन एस एस, स्काउट एवं गाईड से जुडे़ प्रतिनिधि शामिल हुए।