बीकानेर hellobikaner.com बीकानेर के धर्मगुरूओं ने कहा है कि जब भी राज्य सरकार द्वारा धार्मिक स्थल खोलने का निर्णय लिया जाएगा तब कोविड-19 की एडवाइजरी की पूर्ण अनुपालना करवाई जाएगी। आज कलेक्ट्रेट सभागार में जिले के सभी धर्म गुरुओं ने जिला कलेक्टर कुमार पाल गौतम, पुलिस अधीक्षक प्रदीप मोहन शर्मा के साथ हुई बैठक में एक स्वर में इस सम्बंध में सहमति व्यक्त की।
धर्मगुरूओं ने कहा कि कोरोना चुनौती का सामना करने के लिए सभी धार्मिक संस्थाएं सरकार के साथ खड़ी और अब तक भी सरकार द्वारा लिए गए निर्णय को पूर्ण समर्थन दिया गया है। यदि अब 30 जून के बाद धार्मिक स्थल खुलते हैं तो सभी नियमों की पालना होगी। जिला कलक्टर कुमार पाल गौतम ने धर्मगुरूओं को राज्य सरकार को उनके मत से अवगत करवाने का विश्वास दिलाया। बैठक में सभी धर्मगुरू इस सम्बंध में पूर्ण आश्वस्त नजर आए कि अब जल्द ही मंदिरों में आरती, मस्जिद में अजान और गुरुद्वारे और चर्च में पूजा अर्चना होगी।
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बैठक में जिला कलक्टर ने कहा कि कोरोना के प्रारंभ में जब धार्मिक स्थल बंद करने की बात आप लोगों के साथ की गई, उसी का परिणाम रहा कि सभी समुदाय से हमें सहयोग मिला। उसी विश्वास के साथ मैं आप सब से यह कहना चाहूंगा कि अगर 30 जून के बाद धार्मिक स्थल खोलते हैं तो वहां दर्शनार्थियों को समझाने के लिए सभी स्थलों के मुख्य स्थानों पर आईईसी मैटेरियल लगाया जाए, जिसमें यह लिखा हो कि दर्शनार्थी मास्क का उपयोग करेंगे, हाथों को सैनिटाइजर का प्रयोग करेंगे। सोशल डिस्टेंसिंग रखेंगे तथा किसी भी स्थिति में धार्मिक स्थल परिसर में गंदगी नहीं फैलाएंगे।
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बैठक में पुलिस अधीक्षक प्रदीप मोहन शर्मा ने कहा कि सभी धर्म स्थल खुले, इसमें आप सभी का सकारात्मक सहयोग सबसे अहम बात है। अगर आप दर्शनार्थियों को समझाइस करेंगे तो कोविड-19 की एडवाइजरी की पालना और बेहतर होगी। सामान्यतः यह रहता है की सरकार के आदेश और निर्देशों की पालना तो होती ही है। मगर धर्म गुरुओं की अपील का एक अलग से अपना प्रभाव रखता है। ऐसे में धर्मगुरू भी आस्था केन्द्रों में आने वालों को यह बताएंगे कि सोशल डिस्टेंसिंग रखनी है। धार्मिक स्थल खोलने का निर्णय तो राज्य सरकार स्तर पर होगा, परन्तु एडवाइजरी के मुताबिक ही उसकी पालना सुनिश्चित करना आपका और हमारा सब का नैतिक दायित्व रहेगा।
बैठक में स्वामी विमर्शानन्द गिरि ने कहा कि धार्मिक स्थल खुल जाने चाहिए। देव उपासना से लोगों में कॉन्फिडेंस आएगा और कॉविड से पूर्ण आत्मविश्वास से लड़कर जीतेंगे। शहर काजी हाजी मुश्ताक अहमद ने कहा कि सरकार और प्रशासन का हुक्म माना है। मस्जिदों में नमाज नहीं पढ़ी गई। अब अगर जिस दिन भी सरकार इजाजत देगी इबादत शुरू करेंगे। मस्जिद में पानी का उपयोग कम से कम किया जाएगा, इसके लिए भी लोगों को समझाएंगे। दवा से तो ठीक होंगे ही दुआएं भी अपना असर बताएगी। शहर काजी ने कहा कि मस्जिदों में कालीन का उपयोग नहीं करेंगे और पानी की टंकी को खाली ही करवा देंगे, ताकि पानी एकत्रित ना हो। साथ ही सभी को बताया जाएगा कि जब भी सरकार का आदेश होगा, तब मास्क लगाकर मस्जिदों में नमाज पढ़ने आए तथा नमाज अदा करते वक्त सोशल डिस्टेंसिंग का भी ध्यान रखें।
कोविड-19 संक्रमण के मद्देनजर धार्मिक स्थलों को सावधानीपूर्वक खोले जाने के संबंध में प्रस्ताव लेने के लिए विभिन्न धार्मिक संगठनों के पदाधिकारियों के साथ आयोजित बैठक में मुकाम पीठाधीश्वर स्वामी रामानंद आचार्य ने कहा कि अगर सरकार धार्मिक स्थल खोलने की अनुमति प्रदान करती है तो ऐसी स्थिति में मुकाम में सेवादार द्वारा कोविड-19 एडवाइजरी की पालना करवाई जाएगी। साथ ही पुलिसकर्मी अतिरिक्त लगा दिए जाएं तो व्यवस्था और बेहतर तरीके से संपादित हो पाएगी। लक्ष्मीनाथ मंदिर के शिवचंद भोजक ने कहा कि जिस दिन भी सरकार के आदेश हो उसके बाद मुख्य मंदिर में दर्शनार्थियों में सोशल डिस्टेंसिंग रखने के लिए आवश्यक व्यवस्था की जाएगी। मंदिर में बेरीकेटिंग इस प्रकार से लगाई जायेगी कि दूर से श्रद्धालु दर्शन कर सके। मुख्य द्वार पर ही स्वचालित सैनेटाइजेशन की मशीन लगा दी जाएगी।
बैठक में फादर एल्विन कैथोलिक चर्च के प्रतिनिधि तथा क्रिस्टीना डेनियल ने कहा कि चर्च में सभी बंदोबस्त किए जाएंगे जो दिशा निर्देश सरकार द्वारा जारी किए गए हैं। गुरुद्वारा कमेटी से जुड़े तारा सिंह और गुरविंदर सिंह ने विश्वास दिलाया कि जब भी सरकार धार्मिक स्थल खोलने का कहेगी तब सभी नियमों की पालना की जाएगी साथ ही उन्होंने कहा कि गुरुद्वारे में चल रहे अस्पताल को खोलने की इजाजत दे दी जाए तो उन लोगों का इलाज बेहतर हो सके। जिला कलेक्टर ने कहा कि परिसर स्थित अस्पताल को खोला जा सकता है मगर एडवाइजरी की पालना होनी चाहिए।
बैठक में अतिरिक्त जिला कलक्टर (शहर) सुनीता चौधरी, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. बी.एल.मीणा, चर्च के रेन्हरेन क्रिस्टीना डेनियल, निरीक्षक देवस्थान श्वेता चैधरी, सेवा पूजा समिति के अध्यक्ष शिचन्द भोजक, लक्ष्मीनाथ मन्दिर के जेठमल सेवग, सादुल काॅलोनी गुरूद्वारा के तारा सिंह, रानीबाजार गुरूद्वारा के गुरूविन्द्र सिंह, शहर काजी हाजी मुरताज अहमद, बड़ी इदगाह सदर के शहर नवाज आदि उपस्थित थे