बीकानेर hellobikaner.com आज केन्द्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के विधायाकों की खरीद फरोख्त की कोशिशों के आरोप को सिरे से खारीज किया। मोदी अमित शाह को आधार बनाकर अपनी विफलताओं को छुपाने वाली कांग्रेस पार्टी को केन्द्र सरकार पर आरोप लगाने से पहले अपने खुद के गिरेबान में झांकना चाहिये। वर्तमान की गहलोत सरकार खुद अपने ही पार्टी के नेताओं को संभाल नहीं पा रही है तो उसका दोषारोपण केन्द्र सरकार पर कैसे कर सकती है।
केन्द्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल ने बताया कि जिस कांग्रेस पार्टी का इतिहास खरीद फरोख्त और घोटालों में बीता है, वो आज हम पर आरोप लगा रहे हैं। आज महामारी के समय कांग्रेस पार्टी अपनी सारी सिमायें पार कर रही है। आज राजस्थान में सरकार के मंत्री व सत्ता पक्ष के कई विधायक सी.एम. अशोक गहलोत के बाडेबंदी में कैद है जबकि दुसरी तरफ आम जनता शासन से त्रस्त है, किसान टिड्डी से परेशान हो रहे हैं।
आम जनता से कोई भी काम नहीं हो रहे है यह लोकतांत्रिक व्यवस्था का अपमान है जिसके जिम्मेदार स्वयं अशोक गहलोत है। केन्द्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल ने कहा कि जहां कोरोना महामारी में हमारे देश के प्रधानमंत्री बार-बार मुख्यमंत्रियों के साथ विडियो कांफ्रिसिंग के जरिये संवाद कर रहे है, उनकी समस्याओं का समाधान करने का काम किया जा रहा है देश को बार-बार स्वयं समबोधित कर रहे हैं, सभी राजनैतिक दलों के प्रमुखों के साथ बातचीत की गई है देश के संवैधानिक ढांचे के अनुसार पहली बार कोई सरकार इस तरह कोई काम का रही है ऐसे में गहलोत सरकार नकारात्मक राजनीति कर किस आधार पर केन्द्र सरकार पर आरोप लगा रही है।
केन्द्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल ने कहा कि देश की जनता 2014, 2019 में इसका जवाब दे चुकी है। मेघवाल ने कहा कि वास्तव में ‘‘जाकि रही भावना जैसी, प्रभु मुरत देखी तिन जैसी’’ इसलिये कांग्रेस पार्टी की जैसी भावना उन्हें हर जगह वैसा ही दिखाई देता है। मोदी सरकार में बिना भेदभाव सबके विकास, सुशासन व सुरक्षा की दृष्टि के तहत कार्य हो रहा है।
कांग्रेस में एक संस्कृति बन गई है कि सिर्फ एक परिवार विशेष से आने वाला व्यक्ति ही शासन कर सकता है और किसी अन्य तरह से आया हुआ व्यक्ति शासन करने योग्य नहीं माना जाता है यही कारण है कि लम्बे समय तक सत्ता में रही कांग्रेस पार्टी आज प्रचण्ड बहुमत प्राप्त कर जीत कर आये एक चाय बेचने वाले व्यक्ति को पी.एम. के रूप में स्वीकार नहीं कर पा रहे हैं। मेघवाल ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत केन्द्र सरकार पर मनगढंत झूठे आरोप लगाकर अपनी जिम्मेदारीयों से बच नहीं सकती उन्हें इन सवालों का जवाब देना ही होगा कि किस लोकतांत्रिक प्रणाली के आधार पर आपने कोरोना जैसी महामारी में आलीशान होटलों में विधायकों की बाडेबंदी कर सरकारी पैसे का दुरूपयोग किया है।