बीकानेर।
स्कुल कालेज के सामने बालिका पढाई व् कुरीति दूर करने की पेरॉडी गीत
ॐ ना सुषि सा..कुरीतियों ने घटाओ सा..
देश ने बढ़ाओ सा..
पुष्करणा सावे रे माथे टाबर ने परणाओ सा.. पेचा ओढा मिलणी कम आपो ने करनी.. नई करो ला नई मिले ला टाबरो ने बीनणी…
स्कूल कॉलेज से हर परिवार व समाज में कुरीतियों को दूर करने का सन्देश लेकर रमक-झमक की टीम पहुँच रही है आज रमक-झमक ने इन सन्देश को पेरॉडी गीत के रूप में लेकर पहुंची नत्थूसर गेट के बाहर स्कूल व् कॉलेज पहुँची । आनंद मस्ताना,मुकेश छंगाणी,नंदू छंगाणी ने ने कुरीति मिटाओ सा देश ने बढ़ाओ सा व् नी तो नी मिलेला टाबरो ने बीनणी जैसे पेरॉडी गीत गा कर व् उनके साथ ॐ ना शु शी शा रमक झमक करवाओ सा ‘, की टेर देकर उपस्थित लोगों तक अपना सन्देश पहुँचाया । राधे ओझा ने बताया की नथुसर गेट पर खाश तौर से ‘ जे घरे बीनणी लावोला बेने भी पढावोला, कन्या पढ़ाई व् समानता का संदेश गीतों से दिया गया । नालंदा स्कुल के प्राचार्य राजेश रंगा व् श्रीमती मीनू पुरोहित व् उनके साथ शिक्षकों की टीम ने भी सपोर् में टेर भरी व् रमक -झमक टीम का इस अभिनव प्रयास के लिए अभिनंदन किया । राधे ओझा ने बताया कि ये अभिनव प्रयास आगे भी जारी रहेगा ।
– मलमास 14 जनवरी को मकर सक्रान्ति के साथ खत्म हो जायेगा और विवाह की रस्मे भी शुरू हो जायेगी इसलिये घरो के रंग रोगन व् सजावटों को अंतिम रूप दिया जा रहा है । टेलरिंग वालो के यहाँ काम का बोझ हे । रमक-झमक के अध्यक्ष प्रहलाद ओझा ‘भैरुँ’ का कहना है कि टेंट वाले व टेलरिंग का काम करने वालो के साथ विष्णु वेश के लिये पीताम्बर, केशरिया बनियान व् लौकार की व्यवस्था करने में जुटे हे। यग्योपिवत बटुको के लिय पाटी, घोटा,गेडिया व् खड़ाऊ के लिये रमक झमक कार्यालय में लोग सम्पर्क कर रहे हे क्योंकि बाज़ार में ट्रेडिशनल चीजे नही मिलती ।रमक झमक इनको निः शिल्क देगा ।