बीकानेर hellobikaner.in जिले के कार्यवाहक मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ ओपी चाहर ने शुक्रवार को सुबह सवेरे तीन शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों का औचक निरीक्षण कर स्वास्थ्य सेवाओं की जमीनी हकीकत जानने की कोशिश की जिनमें दो अस्पतालों पर बड़ी लापरवाहियाँ व अनियमितताएं उजागर हुई।
प्रातः सवा 8 बजे डॉ चाहर यूपीएचसी मुरलीधर व्यास नगर पहुंचे तो 21 कार्मिक अनुपस्थित मिले। धीरे-धीरे कुछ पहुंचे भी लेकिन समस्त बिना यूनिफार्म के। अस्पताल में टॉयलेट की सफाई व्यवस्था भी बेहाल मिली। सेवाओं के रिकॉर्ड खंगालने पर पाया कि लाख कहने के बावजूद गुरुवार को मात्र तीन आरटीपीसीआर कोविड टेस्ट किए गए थे और अस्पताल की मासिक आरएमआरएस की बैठक भी लंबे समय से लंबित थी। सीएमएचओ डॉ चाहर ने चिकित्सा अधिकारी प्रभारी को कारण बताओ नोटिस जारी कर बिना यूनिफार्म के उपस्थिति ना लगाने देने के निर्देश दिए।
वहीं धर्मनगर स्थित यूपीएचसी नंबर 3 में भी हालात ठीक न थे। 25 में से 15 कार्मिक अनुपस्थित मिले और जो मिले वह भी बिना यूनिफार्म के। यहां तक की अस्पताल के प्रभारी चिकित्सक डे ऑफ़ पे थे जबकि वह सिर्फ रविवार को डे ऑफ ले सकते हैं। अस्पताल में स्वच्छता की कमी तो थी ही आरटीपीसीआर जांच में भी कोताही स्पष्ट थी। लंबे समय से आरएमआरएस की बैठक भी नहीं हुई थी।
इस पर डॉ चाहर ने अस्पताल प्रभारी को कारण बताओ नोटिस देते हुए व्यवस्थाएं दुरुस्त करने के निर्देश जारी किए हैं। सीएमएचओ प्रातः 9ः30 बजे विवेक नगर स्थित यूपीएचसी नंबर 4 पहुंचे तो स्वास्थ्य सेवाओं की बेहतर स्थिति देख स्टाफ का उत्साहवर्धन किया। यहाँ सभी कार्मिक यूनिफॉर्म में उपस्थित मिले तथा कोरोना की संभावित तीसरी लहर के विरुद्ध फील्ड सर्विलेंस भी अच्छा मिला।