बीकानेर hellobikaner.in शहर के तेलीवाड़ा व बिन्नाणी चौक के मध्य स्थित रघुनाथ जी मंदिर में लगभग 350 से अधिक वर्षो से शरद पूर्णिमा के दिन रासलीला का आयोजन हो रहा है। यह कहना है रासलीला आयोजक राजेश दुजारी का, शरद पूर्णिमा के पावन पर्व के दिन इस मंदिर में रात्रि 12 बजे के बाद से रासलीला का आयोजन शुरू हो जाता है जो अगले दिन सुबह तक चलता है।
इस रासलीला में पात्र 15 वर्ष तक के बच्चे ही होते है। जिनको रासलीला का अभ्यास लगभग एक महिने पूर्व से करवाया जाता है। रासलीला में माखन लीला, बंसी लीला, शिव कान्हा लीला व राजा बलि की लीला का आयोजन होता है। इस मंदिर में रामनवमी के दिन भी उत्सव मनाया जाता है।
रासलीला से पूर्व भगवान श्री कृष्ण की आरती की जाती है उसके बाद खीर का प्रसाद लगाकर वितरीत किया जाता है। रासलीला की तैयारियां एक महिने पहले से शुरू कर दी जाती है। रासलीला में स्वर अधिकतम ब्रज भाषा में ही होते है। मंदिर सहित आस-पास के क्षेत्र को रासलीला से पूर्व सजाया जाता है। रासलीला में श्रीकृष्ण के साथ उसके बाल सखा व सखियों के भी पात्र होते है। रासलीला रघुनाथ जी मंदिर के बाहर बड़ा से स्टेज लगाकर की जाती है।