दुनिया की 23 श्वान नस्लों के प्रदर्शन और हुनर से श्वान प्रेमी हुए रोमांचित
अर्द्धसैनिक बलों के प्रशिक्षित श्वानों का लाजवाब प्रदर्शन हुआ
फोटो राजेश छंगाणी
बीकानेर,रामसहाय। दुनिया भर में पाई जाने वाली 23 श्वानों की प्रजातियों के जलवे का 20वां डॉग शो शनिवार को वेटरनरी विश्वविद्यालय में सम्पन्न हो गया। अर्द्धसैनिक बलों के प्रशिक्षित श्वानों के विभिन्न करतबों और हूनर तथा विभिन्न वेशभूषा में श्वानों को देखकर लोग रोमांचित हुए। समारोह की मुख्य अतिथि राजुवास की प्रथम महिला श्रीमती अरूणा गहलोत और कुलपति प्रो. ए.के. गहलोत ने शांति के प्रतीक धवल कपोतों को मुक्ताकाश में छोड़कर डॉग शो का शुभारंभ किया। वेटरनरी कॉलेज और केनाइन वेलफेयर सोसाईटी द्वारा आयोजित इस वार्षिक समारोह में 57 श्वान पालकों सहित सैकड़ों लोगों ने अपनी उपस्थिति दर्ज की, जिसमें सबसे छोटी प्रजाति का मेक्सिकन “चिहुआहुआ”, सबसे बड़ा ग्रेटडेन और भारी भरकम सैन्ट बर्नार्ड प्रजाति के श्वान प्रमुख आकर्षक बने रहे। डॉग शो में रोडेशियन प्रजाति का दुर्लभ श्वान और बेल्जियम शैफर्ड की चुश्ती और चालाकी के कारनामों से श्वान पालक रूबरू हुए। उद्घाटन सत्र के विशिष्ट अतिथि महाराजा गंगासिंह विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. भागीरथ सिंह ने कहा कि राजुवास द्वारा ऐसे आयोजन उसकी सामाजिक प्रतिबद्धता को दर्शाते हैं। उन्होंने कहा कि इससे स्वामीभक्त श्वानों में पाई जाने वाली विशेषताओं और उपयोगिता को प्रोत्साहन मिलता है। प्रो. सिंह ने लोगों से घूमंतु श्वानों को भी अपनाये जाने का आग्रह किया। वेटरनरी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. ए.के. गहलोत ने कहा कि डॉग शो श्वानों के कल्याण और आमजन में स्वस्थ श्वान पालन के प्रति जागरूकता लाने के साथ साथ पश्ुाचिकित्सा शिक्षा छात्र-छात्राओं के लिये भी अत्यंत उपयोगी है। डॉग-षो में इण्डो-तिब्बत सीमा पुलिस, जोधपुर के दो श्वानों तथा रेलवे सुरक्षा बल व सी.आई.डी. (जॉन) बीकानेर के एक-एक श्वानों ने ट्रेकर व विस्फोटक पदार्थों को ढूंढ निकालने की क्षमता का प्रदर्षन किया। ’फैन्सी डेªस’ की प्रतियोगिता में भारी भरकम बर्नार्ड शॉ टॉपी, घड़ी बांधे हुए जूतों में चहलकदमी करने पहुँचा और पॉमेरियन डॉग परी की वेषभूषा में पहुँची तो दर्षकों ने करतल ध्वनि से स्वागत किया। समारोह के प्रारंभ में डॉग-षो आयोजन समिति के अध्यक्ष प्रो. जे.एस. महेता और आयोजन सचिव डॉ. दीपिका धूड़िया ने अतिथियों का स्वागत किया। समारोह में विष्वविद्यालय के कुलसचिव श्री बी.आर. मीणा, नियंत्रक श्री अरविंद बिष्नोई वेटरनरी कॉलेज के अधिष्ठाता प्रो. जी.एस. मनोहर मेडिसिन विभागाध्यक्ष प्रो. दिनेश बिहानी व केनाइन वेलफेयर सोसाइटी के सचिव प्रो. अनिल आहुजा सहित डीन-डायरेक्टर भी मौजूद थे। समारोह में अतिथियों ने श्वान पालकों के लिए उपयोगी एक पैम्फलेट का विमोचन किया। डॉग शो में स्कूली बच्चे, महिलाएं, सैनिक असैनिक अधिकारियों सहित बड़ी संख्या में नागरिकों ने षिरकत की। कार्यक्रम का संचालन डॉ. अनिल बिश्नोई ने किया।
डॉग शो के पुरस्कार विजेता
आयोजन सचिव डॉ. दीपिका धूड़िया ने बताया कि अतिथियों द्वारा समारोह में विभिन्न प्रजातियों के स्वस्थ श्वानों को प्रथम और द्वितीय रहने पर मेडल, प्रशस्ति पत्र और स्मृतिचिन्ह् देकर सम्मानित किया। श्वान की अन्य बड़ी नस्ल में गुलाब सिंह, सुरेन्द्र सिंह के श्वान संयुक्त रूप से प्रथम और उपविजेता शक्ति सिंह व मंयक भाटी रहे। सेण्ड बर्नार्ड नस्ल में मूमल कंवर तँवर प्रथम व हेमन्त जोशी के श्वान द्वितीय, पीट बुल प्रजाति में यश प्रथम व भानू प्रताप द्वितीय, जर्मन शैफर्ड में डॉ. सौरव भार्गव प्रथम व सौरव द्वितीय रहे। लेब्राडॉर नस्ल में विशाल शर्मा प्रथम व अभिषेक कुलकर्णी के श्वान द्वितीय, पग नस्ल में प्रद्युमन सिंह प्रथम व रूचि दफ्तरी द्वितीय और छोटी नस्ल में ले. कर्नल एस. मखीजा प्रथम व सहदेव सिंह व तेजवीर सिंह संयुक्त द्वितीय स्थान पर रहे। फैन्सी डेªस में हेमन्त जोशी व जसवन्त सिंह के श्वान संयुक्त प्रथम एवं गायत्री के श्वान द्वितीय स्थान प्राप्त कर बाजी मारी। इस अवसर पर श्वान पालकों के लिए आयोजित डॉग क्विज के विजेताओं को पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया।