पिछले कुछ समय से मुंबई के अस्पताल में भर्ती दिग्गज एक्टर विनोद खन्ना का निधन हो गया है. वह पिछले कुछ समय से कैंसर से जूझ रहे थे. विनोद खन्ना का 70 साल की उम्र में निधन हुआ है. फिल्मों से लेकर राजनीति तक में विनोद खन्ना काफी सक्रिय रहे थे. विनोद खन्ना का मुंबई के एचएन रिलायंस अस्पताल में इलाज चल रहा था. विनोद खन्ना का जन्म 6 अक्टूबर, 1946 को पाकिस्तान के पेशावर जिले में कमला और के.सी.खन्ना के परिवार में हुआ था. उन्होंने सिडनहैम कॉलेज से स्नातक किया था. विनाद खन्ना ने 1968 में एक खलनायक के रूप में सुनील दत्त की फिल्म ‘मन का मीत’ से अपने करियर की शुरुआत की थी.
‘पूरब और पश्चिम’ और ‘मेरे अपने’ जैसी फिल्मों में काम करने के बाद विनोद खन्ना ने अपनी कॉलेज की दोस्त गीतांजलि से शादी की थी. विनोद खन्ना और गीतांजलि के दो बेटे राहुल और अक्षय खन्ना हैं. बॉलीवुड में अपने करियर के अच्छे दौर के बाद विनोद खन्ना ओशो (आचार्य रजनीश) के शिष्य बन गए. 1980 के दशक में वह संयुक्त राज्य अमेरिका के रजनीशपुरम चले गए. 1990 में दोबारा फिल्मी करियर शुरू करने के बाद विनोद ने 1990 में कविता से शादी की. दोनों का एक बेटा साक्षी और एक बेटी श्रद्धा खन्ना है. विनाद खन्ना 1968 में एक खलनायक के रूप में सुनील दत्त की फिल्म ‘मन का मीत’ से अपने करियर की शुरुआत की थी. ‘पूरब और पश्चिम (1970)’, ‘सच्चा झूठा’ (1970) और ‘मेरा गांव मेरा देश (1971)’ जैसी फिल्मों समेत विनोद खन्ना ने कई नकारात्मक रोल किए. लेकिन इसके बावजूद वह अभी भी एक असली ब्रेक का इंतजार कर रहे थे. विनोद खन्ना का सपना 1971 में उस समय सच हुआ जब उन्हें गुलजार की फिल्म ‘मेरे अपने’ में काम करने का मौका मिला. इस फिल्म में वह सपोर्टिंग एक्टर नजर आए. गुलजार की फिल्म ‘अचानक’ में मौत की सजा का इंतजार कर रहे एक आर्मी ऑफिसर के विनोद खन्ना के रोल को काफी पसंद किया गया. यह फिल्म के.एम. नानावटी बनाम महाराष्ट्र की कहानी पर आधारित थी. विनोद खन्ना ने 1977 में ‘मनमोहन देसाई’ की फिल्म ‘परवरिश’ में अमिताभ बच्चन के साथ अभिनय किया. यह फिल्म उस साल की सबसे बड़ी कमाई वाली फिल्मों में से एक बन थी. 1977 विनोद खन्ना के लिए एक अच्छा साल साबित हुआ. उनकी फिल्म ‘अमर अकबर एंथोनी’ ने बॉक्स ऑफिस पर धमाल मचा दिया.इस फिल्म में उनके साथ अमिताभ बच्चन और ऋषि कपूर भी थे. 1997 में, विनोद खन्ना भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हुए और अगले लोकसभा चुनाव में पंजाब के गुरदासपुर निर्वाचन क्षेत्र से चुने गए. बाद में, वह जुलाई 2002 में संस्कृति और पर्यटन मंत्री रहे. छह महीने बाद, वह राज्य मंत्री के रूप में विदेश मंत्रालय के अधिक महत्वपूर्ण मंत्रालय (विदेश मंत्रालय) में चले गए. 2004 में वह गुरदासपुर से फिर से निर्वाचित हुए. विनोद खन्ना की फिल्म ‘दयावान’ भी खूबचर्चित रही. यह तमिल फिल्म का हिंदी रिमेक था. विनोद खन्ना ने यश चोपड़ा की ब्लॉकबस्टर फिल्म ‘चांदनी’ में भी काम किया. इस फिल्म ने उस वर्ष की सर्वश्रेष्ठ लोकप्रिय फिल्म के लिए राष्ट्रीय फिल्म अवॉर्ड जीता. विनोद खन्ना सलमान खान की फिल्म ‘वांटेड’ (2009) और ब्लॉकबस्टर फिल्म ‘दबंग’ (2010) में भी नजर आए. इतना ही नहीं विनोद खन्ना छोटे पर्दे पर भी नजर आए. उन्होंने सीरियल ‘मेरे अपने’ में लीड रोल अदा किया.