हैलो बीकानेर न्यूज़ नेटवर्क, www.hellobikaner.com, बीकानेर। राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के अंतर्गत स्टेट टीबी टेक्निकल सपोर्ट यूनिट के एक्सपर्ट शुभम राय व रोहित रंजन द्वारा जिला क्षय निवारण केंद्र बीकानेर की विजिट की गयी। जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ सी एस मोदी ने बताया की विजिट के दौरान स्टेट टीम ने जिले की टीबी रिपोर्ट की समीक्षा की गयी।
15 अगस्त से शुरू होने वाले टीबी मुक्त ग्राम पंचायत अभियान के बारे में टीबी स्टॉफ को जानकारी दी। टीम के शुभम रे ने बतया की प्रत्येक टीबी यूनिट से 25 ग्राम पंचायतो,वार्ड को चयनित करके सभी की स्क्रीनिंग की जायेगी व संभावित टीबी मरीज़ो की बलगम जाँच करवा कर उन्हें इलाज पर लाया जायेगा। इस अभियान को सफल बनाने के लिए पूरा प्रयास किया जाये।
रोहित रंजन ने बताया की प्रत्येक टीबी मरीज़ो को दी जाने वाली पोषण सहायता राशि डीबीटी द्वारा ऑनलाइन मरीज के बैंक अकाउंट में दी जाती है इसलिए टीबी मरीज़ो की बैंक खाता संख्या निक्षय पोर्टल पर इन्द्राज करें। जिला समन्वयक विक्रम सिंह राजावत ने बताया की प्रधानमन्त्री निक्षय मित्र योजना के अंतर्गत जिले के भामाशाह निक्षय मित्र बन सकते है।
इसी क्रम में टीबी स्टेट टीम बीकानेर के कैमल फार्म रिचर्च सेंटर की भी विजिट की। उष्ट्र अनुसंधान केंद्र के साइंटिस्ट डॉ राकेश रंजन जी व डॉ श्याम सुन्दर से टीबी रोग में ऊंटनी के दूध की उपयोगिता पर चर्चा की। उन्होंने बताया की टीबी रोगी को यदि नियमित कैमल मिल्क का उपयोग किया जाये तो शरीर की प्रतिरक्षा क्षमता मजबूत होती है।
इसलिए क्षय रोगियों को कैमल मिल्क का सेवन करना चाहिए। टीबी रोग के साथ-साथ कई अन्य बीमारियों में भी उपयोगी है जैसे डायबिटीज़ आदि। क्षय रोगियों को दवाइयों के साथ इम्युनिटी को मजबूत करने हेतु कैमल मिल्क का उपयोग करना चाहिए। इसके साथ ही स्टेट टीबी टीम ने बीकानेर जिले की प्राइवेट लैब,प्राइवेट हॉस्पिटल की भी विजिट कर टीबी रिपोर्ट का निरीक्षण किया। सभी को टीबी नोटिफिकेशन निक्षय पोर्टल पर करना अनिवार्य है यदि कोई टीबी नोटिफिकेशन नही करता है तो उसके विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही की जायेगी।