हैलो बीकानेर न्यूज़ नेटवर्क, www.hellobikaner.com, बीकानेर। किरायेनामा तय होने के बाद भी मकान मालिक द्वारा दुकान संचालक को परेशान करने तथा जबरन दबाव बनाकर दुकान को खाली करने का आरोप लगाएं गये है। इसके लिये मकान मालिक की ओर से मारपीट करने, दुकान के आगे दीवार चिनवाने तथा झूठे मुकद्दमें दर्ज करवाने की ओछी हरकतें की जा रही है।
पत्रकार वार्ता में दुकान संचालक महावीर पुगलिया व सविता पुगलिया ने बताया कि ओसवाल मैटर्स नाम से जूनागढ़ के पीछे उनकी दुकान है। जिसका 31 जुलाई 2024 तक सहमति पत्र मकान मालिक नानकचंद मिढ्ढा के साथ हो रखा है। किन्तु मकान मालिक की ओर से पिछले पांच महीनों से मकान मालिक दुकान को खाली करवाने के लिये कभी मारपीट कर रहा है। कभी झूठे मुकद्दमें कर रहा है।
इतना ही नहीं कॉम्पलेक्स में बने शौचालय पर भी ताला लगा दिया है। जिसके चलते दुकान का संचालन कर रही उनकी पत्नी को परेशानी हो रही है। पुगलिया का आरोप है कि मकान मालिक मिढ्ढा की ओर से धारा 156 के तहत झूठा मुकदमा दर्ज करवाया गया। जिस पर एफआर लग गई। इसके बाद संयुक्त श्रम आयुक्त कार्यालय में शिकायत कर उपकर जमा करवाने का नोटिस जारी कर दिया। जबकि उपकर से उनका कोई लेना देना नहीं है।
शिकायत के बाद भी नहीं हो रही सुनवाई
पुगलिया दंपति का आरोप है कि इन सब प्रकरण को लेकर पुलिस अधीक्षक को शिकायत पत्र देने के बाद सदर थाना पुलिस की ओर से जांच पड़ताल तो की गई। किन्तु परिवादी की सुनवाई की बजाय मकान मालिक का पक्ष सुना गया। हमारी ओर से सदर थाना में अपना पक्ष रखने का कोई मौका नहीं दिया गया। जबकि जबरन पुलिस की ओर से हमें ही प्रताड़ित किया जा रहा है। जब दुकान के आगे दीवार चिनवाई गई। उसकी शिकायत थाना स्तर पर की गई तो कोई सुनवाई नहीं हो रही है। ऐसे में कोई हादसा होता है तो उसका जिम्मेदार कौन होगा।