हैलो बीकानेर न्यूज़ नेटवर्क, www.hellobikaner.in श्रीगंगानगर। पंजाब में किसानों द्वारा धान की रोपाई के चलते गंगनहर (बीकानेर नहर) में पानी की कटौती के खिलाफ संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर सोमवार को श्रीगंगानगर एवं अनूपगढ़ जिले की अनाज मंडियां बंद रहीं। अनाज मंडियों में कृषि जिंसों की नीलामी नहीं हुई। बंद के आह्वान को देखते हुये किसान कृषि जिंस लेकर मंडियों में नहीं पहुंचे। संयुक्त किसान मोर्चा ने आंदोलन के अगले चरण में 28 जून को दोनों जिलों में किसान कर्फ्यू का ऐलान किया है, किसानों के सबसे बड़े संगठन गंगानगर ग्रामीण मजदूर किसान समिति (जीकेएस) की 27 जून को जिला कलेक्ट्रेट को ठप करने की चेतावनी दे रखी है। इसके लिए जीकेएस दल गांव-गांव जाकर किसानों को लामबंद कर रहे हैं।
संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा भी अब किसानों को 28 जून के कर्फ्यू के लिये जागृत किया जा रहा है। गंगनहर में अब भी पंजाब से निर्धारित 2500 क्यूसेक शेयर के मुकाबले लगभग आधा पानी ही मिल रहा है। संयुक्त किसान मोर्चा से सम्बद्ध किसान संगठनों- अखिल भारतीय किसान सभा, किसान आर्मी, भारतीय किसान यूनियन, किसान संघर्ष समिति के आह्वान पर श्रीगंगानगर, अनूपगढ़, पदमपुर, करणपुर, गजसिंहपुर, रायसिंहनगर, बींझबायला, केसरीसिंहपुर,रिडमलसर, श्रीबिजयनगर, जैतसर आदि अनाज मंडिया रखकर व्यापारियों ने किसान आंदोलन का समर्थन किया।
दि गंगानगर ट्रेडर्स एसोसिएशन एवं श्रीगंगानगर कच्चा आढ़तिया संघ द्वारा समर्थन की घोषणा के बाद अनाज मंडियों में जिंसो की बोली नहीं हुई। पदमपुर में किसान, मजदूर एवं व्यापारियों ने धरना लगाकर विरोध दर्ज कराया, वहीं अनूपगढ़ एवं श्रीविजयनगर में किसानों ने गंगनहर में सिंचाई पानी की मांग को लेकर ज्ञापन भी सौंपे। मोर्चा ने आंदोलन को तेज करने के ऐलान के साथ 28 जून को किसान कर्फ्यू की घोषणा की है, जिसके तहत किसान दोनों जिलों में जगह जगह चक्काजाम करेंगे।