हैलो बीकानेर न्यूज़ नेटवर्क, www.hellobikaner.in, खबर सर्किल। बीकानेर शहर के अंदुरनी क्षेत्र में बढती आपराधिक घटनाओं से शहरवासी चिंतित है और हो भी क्यूँ न, जिस शहर की पहचान थी यहाँ पर देर रात को बच्चे, महिलाएं आराम से आते जाते है वहां पर अब यह संभव होता नज़र नहीं आ रहा।
बढती जनसँख्या के साथ धीरे धीरे परकोटे के अन्दर अब अपराध भी बढ़ने लगा है, जिसकी वजह अभी तक समझ नहीं आ रही, अपनी मौज मस्ती में जीने वाले बीकानेर शहर की तंग गलियों में न सुने जाने वाले अपराध हो रहे है। चाहे वह चोरी हो ,चाकूबाजी हो, चेन स्नेचिंग हो या फिर किडनैपिंग का प्रयास।
अब लोगों की जुबान से एक बात बार बार सुनाई दे रही है की अब शहर सुरक्षित नहीं रहा! लेकिन पुलिस प्रसासन को कोसने के साथ साथ लोग यह भी कहते नज़र आते है की शहर के बाहर देर रात जिस तरह दुकाने बंद हो रही है उसी तरह शहर के अन्दर भी देर रात खुली दुकानें बंद होनी चाहिए।
हम आपको बता दें की परकोटे के अन्दर मुख्यतया नयाशहर थाना क्षेत्र, गंगाशहर थाना क्षेत्र, कोतवाली थाना क्षेत्र, कोटगेट थाना क्षेत्र लगता है। इन थाना क्षेत्र की पुलिस देर रात तक अपने अपने इलाके में गस्त तो करती है लेकिन फिर भी कही न कही अपराधी आपराधिक घटनाओं को अंजाम दे जाते है।
शहर में हो रहे अपराध के पीछे कौन लोग है उसकी पहचान होनी मुश्किल है क्युकी रोजमर्रा की जिन्दगी में किस चेहरे के पीछे आपराधिक चेहरा छूपा है कौन जाने ? शराफत का नकाब लगाये नार्मल लाइफ जीने वाले इन आपराधियों को आम जनता से ज्यादा पुलिस ही पहचान सकती है क्युकी उनके पास अपराधियों का रिकॉर्ड भी होता है। आपराध की जड़ें गहरी है इसलिए इसको रोकने के लिए कड़े कदम उठाने होंगे।
इन आपराधिक घटनाओं के बाद शहर के लोग हुए चिंतित
कुछ दिनों पहले उस्ता बारी के बाहर चाकूबाजी हुई, दो दिन पहले जसोलाई तलाई क्षेत्र में चाकूबाजी की खबर आई, कुछ दिनों पहले भट्टडो के चौक में एक चोर को कैम्पर गाड़ी सहित लोगों ने पकड़ा, व्यासों के चौक से दो नौनिहालों को किडनैप करने का प्रयास की भी खबर सामने आई, नत्थूसर क्षेत्र और पुष्करणा स्कूल क्षेत्र में चेन स्नेचिंग की घटनाएँ, आचार्यों के चौक में मोटर साईकिल जलना, ब्रह्म बगेची के पास अज्ञात चोरों ने घर में घुस कर चोरी की घटना को अंजाम देने की रिपोर्ट भी पुलिस में दर्ज करवाई गई। नशे को लेकर भी मिडिया में आये दिन ख़बरें सामने आती ही रहती है, इसके साथ कई और मामलों में पुलिस थानों में केस दर्ज करवाए गए है। जिससे शहरवासी काफी चिंतित नज़र आ रहे है।
अब सवाल उठता है की इस बढ़ते अपराध को कैसे रोका जाये?
इन अपराधों पर रोक लगाने के लिए मुख्य भूमिका पुलिस और शहर के अन्दर रहने वाले शहरवासी निभा सकते है।
- शहर के अन्दर प्रवेश करने वाले गेट जैसे, कोटगेट, जस्सूसर गेट, नत्थूसर गेट, गोगागेट और सीतला गेट पर 11 बजे के बाद बैरीकेट लगाकर पुलिस द्वारा अन्दर आने और जाने वालों से पूछताछ होनी चाहिए।
- शहर के अन्दर प्रवेश करने वाली बारियों जैसे उस्ता बारी, ईदगाह बारी, कसाई बारी जैसी अन्य बारियों पर भी कड़ा पहरा होना चाहिए।
- बेवजह शहर में देर रात तक घुमने वाले युवाओं से भी पूछताछ होनी चाहिए और शहर में परिजनों को बच्चों को देर रात घर से बाहर निकलना बंद करवाना चाहिए।
- देर रात जरुरत के आलावा खुली दुकानों को भी बंद करवाना चाहिए जिससे अनावश्यक भीड़ एकत्रित न हो।
- शहर के बुजुर्ग पहले पाटों पर बैठा करते थे जो आजकल दिखाई नहीं देते पुरानी परम्परा के अनुसार उनको भी शहर में पाटा संस्कृति वापिस शुरू करनी चाहिए और नए चेहरों से पूछताछ होनी चाहिए।
- शहर के अन्दर प्रवेश करने वाले सभी गेटों पर सीसीटीवी कैमरें लगे होने चाहिए जिससे बाहर और अन्दर जाने वाले की रिकॉर्डिंग की जा सके।
- शहर के अन्दर बेवजह जो गाड़ियाँ आती जाती है उन पर रोक लगनी चाहिए।
- त्योहारों के समय देर रात तक चलने वाले कार्यक्रमों को समय पर शुरू और समाप्त किया जा सकता है जिससे अनावश्यक भीड़ एकत्रित नहीं होगी और ट्राफिक जाम जैसी समस्या का समाधान हो जायेगा।
- बंद पड़े मकान, बगेचियों और सूनी गलियों में रोजाना पुलिस गस्त की जाये।
- शहर के गेटों पर बनी पुलिस चौकियां का संचालन नियमित रूप से होना चाहिए।
- शहर में उत्पाती या उपद्रव मचाने वालों की तुरंत सूचना शहरवासियों को पुलिस को देनी चाहिए।
- शहर के अन्दुरी क्षेत्र में अपने मकान और वाहन की सुरक्षा के लिए घरों पर सीसीटीवी कैमरे लगायें हुए है उन कैमरों को हमेशा चालू रखें और उसकी साप्ताहिक या मासिक रिकॉर्डिंग चेक करते रहे।
इसके साथ साथ शहर के हर नागरिक को पुलिस का साथ देना चाहिए और इन सब उपायों पर लम्बे समय तक काम किया जाए तो हो सकता है इस बढ़ते अपराध पर कुछ लगाम कसी जा सकती है।