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हैलो बीकानेर न्यूज़ नेटवर्क, www.hellobikaner.in, बीकानेर । स्वर्गीय लक्ष्मी नारायण रंगा की पावन स्मृति में संस्कृत भारती द्वारा आयोजित त्रि दिवसीय निशुल्क संस्कृत संभाषण शिविर का उद्घाटन लक्ष्मीनारायण रंगा सृजन- सदन में हुआ। शिविर संयोजक धर्मेंद्र श्रीमाली ने बताया कि कार्यक्रम के मुख्य अतिथि राजेश रंगा तथा कार्यक्रम के अध्यक्ष वयोवृद्ध संस्कृत उपासक कृष्ण चंद्र जोशी तथा विशिष्ट अतिथि संस्कृत व्याख्याता  आशा कंवर थी।

कार्यक्रम का प्रारंभ मां सरस्वती मां भारती तथा स्वर्गीय रंगा जी के छायाचित्र पर पुष्पांजलि व दीप प्रज्वलन के साथ हुआ। मुख्य अतिथि राजेश रंगा ने अपने उद्बोधन में कहा कि आज समाज में संस्कृत भाषा की महती आवश्यकता है।इसभाषा के अधिकाधिक प्रयोग से बालकों में अच्छे संस्कारों का विकास होगा। तथा समाज में अपराध में भी कमी आएगी । कार्यक्रम के अध्यक्ष वयोवृद्ध संस्कृत अनुरागी कृष्ण चंद्र जोशी ने कहा कि संस्कृत भाषा एक वैज्ञानिक भाषा है ।यह सभी भाषाओं की जननी है ।

भारत राष्ट्र की व समस्त शास्त्रों की प्राण भूत भाषा है। प्राचीन काल में संस्कृत भाषा के कारण ही भारत विश्व में पूजनीय था इसलिए इस भाषा का विकास और संवाद आधिकाधिक होना चाहिए । विशिष्ट अतिथि संस्कृत व्याख्याता आशा कँवर अपने उद्बोधन में बताया कि संस्कृत भाषा सुपर कंप्यूटर के लिए सबसे उपयुक्त भाषा है ।संस्कृत भाषा के उच्चारण से अनेक प्रकार की बीमारियों का नाश होता है तथा वातावरण में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। कार्यक्रम में संस्कृत भारती के कार्यकर्ता डॉ योगेश व्यास तथा सुरेखा औझा ने संस्कृत गीत प्रस्तुत कर वातावरण को संस्कृतमय कर दिया।

संस्कृत भारती के अध्यक्ष राजेंद्र सुथार ने संस्कृत भाषा को पुनः जन भाषा बनाने की अपील की ।कार्यक्रम में संस्कृत भारती के पदाधिकारी हरिशंकर सारस्वत ,ताराचंद्र रेपसवाल, धर्मेंद्र श्रीमाली, वीरेंद्र मोहन शर्मा ,सरोज पवार ,हरिशंकर जी आचार्य आदि सभी ने अपने विचार प्रस्तुत किये।प्रायः सभी ने बोलचाल में अधिक से अधिक संस्कृत के शब्दों का प्रयोग करने के लिए कहा ।त्रि दिवसीय प्रशिक्षण शिविर में  नरेश जी सारस्वत प्रशिक्षक की भूमिका निभाएंगे।शिविर का समय प्रातः आठ बजे से बारह बजे तक रहेगा। कार्यक्रम का संचालन संस्कृत विद्वान बलदेव व्यास ने किया।  कार्यक्रम के अंत में संस्कृत भारती के मंत्री हरिशंकर जी सारस्वत ने धन्यवाद ज्ञापित किया। यह शिविर प्रतिदिन 8:00 बजे से 12:00 तक चलेगा इसकी भी जानकारी दी।

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