जयपुर hellobikaner.in राजस्थान में रोडवेज बसों को घाटे से उभारने एवं यात्रियों को बेहतर सुविधा मुहैया कराने के लिए अब रोडवेज भी निजी बसों की तर्ज पर लंबी दूरी पर स्लीपर बसों का संचालन करेगा।
प्रदेश के परिवहन राज्य मंत्री बृजेन्द्र ओला ने आज यहां एक कार्यक्रम बताया कि रोडवेज द्वारा ट्रायल के तौर पर आठ बसें चलाई गई हैं। यात्री भार बढ़ने पर इसे लंबे रूटों पर बढाया जाएगा।
उन्होने बताया कि जयपुर से अहमदाबाद, सूरत, उदयपुर, कोटा, झालावाड़ जैसे लंबे रूट लिए गए हैं। दूसरे चरण में शेखावाटी के झुंझुनू से सीकर होकर अहमदाबाद, सूरत, बांसवाड़ा, झालावाड़, उदयपुर समेत लंबे रूटों पर चलाने की योजना है।
यदि यह प्रयोग सफल होता है तो प्रदेश के सभी लंबे रूटों पर इसे आगे बढाया जाएगा। इनमें किराया भी निजी स्लीपर बसों से कम रखा गया है। रोडवेज की बसों के अंदर स्पेस भी अधिक है। उन्होने बताया कि शिघ्र ही 50 सीएनजी तथा 50 इलेक्ट्रिक बसों को रोडवेज के बेघ्े में शामिल किया जाएगा।
ओला ने कहा कि रोडवेज में अनुंकपा पर अब विवाहित बेटियों को भी नियुक्ति दी जाएगी। ओला ने कहा कि जब से उन्होंने यह विभाग संभाला है।
कई लोगों ने अपनी समस्याएं बताई है। किसी ने कहा कि उनके भाई और मां नहीं है। बेटी की शादी हो चुकी है। ऐसे में हमने रोडवेज कर्मचारियों के परिवारों की समस्याओं को समझते हुए रोडवेज प्रशासन से रिपोर्ट मंगवाकर सरकार के समक्ष भिजवाई। वहां से मंजूरी मिलने के बाद अनुकंपा नियुक्ति को लेकर नियमों में बदलाव किया है। जल्द ही 35 महिलाओं को अनुंकपा नियुक्ति दी जाएगी।