श्रीगंगानगर hellobikaner.in राकेश मितवा श्रीगंगानगर में भ्रष्टाचार के खिलाफ एसीबी की ताबड़तोड़ कार्यवाही लगातार जारी है। आज भी श्रीगंगानगर की एसीबी चौकी द्वारा सिंचाई विभाग के भ्रष्टाचारी पर शिकंजा कसा गया। सिंचाई विभाग उत्तर खंड के वरिष्ठ सहायक राजेश अरोड़ा को एसीबी अधिकारियों ने रुपए 5000 की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया।
एसीबी श्रीगंगानगर के उप अधीक्षक भूपेंद्र सोनी ने बताया कि करणपुर के 48f गांव के निवासी ने ब्यूरो में शिकायत की थी कि उनके खेत में पिछले 8-10 सालों से सिंचाई के लिए खाला चला आ रहा है । इस बार सिंचाई विभाग द्वारा नक्शे के विपरीत नया खाला बना दिया गया, जिसकी सिंचाई विभाग में उन्होंने शिकायत की थी ।
इस पर सिंचाई विभाग कार्यालय से पहले के खाले में नक्शे की कॉपी हासिल करने के लिए में जब संबंधित बाबू राजेश अरोड़ा से मिला तो उसने रुपए 7000 रिश्वत की मांग की। पीड़ित ने बताया किएक एक हजार रुपए कुल रुपए 2000 पहले भी उसे दे चुका था। इसके बाद वह रुपए 5000 की मांग कर रहा था।
इस पर कल इसका सत्यापन करवाया गया और आज रिश्वत लेते हुए राजेश अरोड़ा को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया गया। कार्यालय में ली गई यह रिश्वत राजेश अरोड़ा ने अपने पेंट के पिछले हिस्से की जेब में रख ली थी, जिसे ब्यूरो के अधिकारियों ने जप्त कर लिया। भ्रष्टाचार के खिलाफ इस कार्यवाही में उप अधीक्षक विजेंद्र भूपेंद्र सोनी के साथ इंस्पेक्टर विजेंद्र एवं स्टाफ के कर्मचारी शामिल रहे।