Share

हैलो बीकानेर । संभागीय आयुक्त सुवालाल ने बुधवार को रेलवे स्टेशन के पास अन्नपूर्णा रसोई वैन का औचक निरीक्षण किया। उन्होंने नाश्ते, लंच और डिनर के मीनू के बारे में जानकारी ली तथा कहा कि भोजन सामग्री में गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखा जाए। उन्होंने खाने के प्रीकुक्ड पैकेट्स का भी निरीक्षण किया।

संभागीय आयुक्त ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा गरीब एवं जरूरतमंद व्यक्तियों को रियायती दर पर भोजन एवं नाश्ता उपलब्ध करवाने के लिए गत वर्ष 15 दिसम्बर से इस योजना की शुरूआत की गई थी। जिले में 17 फरवरी से इसे प्रारम्भ कर दिया गया। उन्होंने अन्नपूर्णा रसोई के नोडल अधिकारी मुकेश कुमार को निर्देश दिए कि इसकी नियमित मॉनिटरिंग की जाए तथा यह सुनिश्चित किया जाए कि नाश्ता, लंच एवं डिनर निर्धारित समय पर उपलब्ध हो। उन्होंने वैन पर मीनू चार्ट लगाए रखने तथा साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखने के लिए निर्देशित किया।

यह है जिले की स्थित

जिले में जून माह की समाप्ति तक इस रसोई के माध्यम से 61 हजार 350 प्लेट नाश्ता, 63 हजार 242 प्लेट लंच तथा 55 हजार 172 प्लेट डिनर उपलब्ध करवाया गया है। यह योजना जीवन सम्बल चेरिटेबल ट्रस्ट, कोटा के सहयोग से नगर निगम, बीकानेर द्वारा संचालित की जा रही है। योजना के तहत निगम क्षेत्र में पांच वैन संचालित हैं। ये कोटगेट, पीबीएम शिशु अस्पताल, पूगल रोड बस स्टैण्ड, रेलवे स्टेशन मुख्य द्वार और जूनागढ़ बस स्टैण्ड पर भोजन उपलब्ध करवाती हैं। नाश्ते (250 ग्राम वजन) के लिए 5 रूपये, लंच व डिनर (350 ग्राम वजन) के लिए 8 रूपये लाभार्थी से लिए जाते हैं। अन्नपूर्णा रसोई वैन पर प्रातः 8 से 11 बजे तक नाश्ता, दोपहर 12 से 3 बजे तक लंच तथा सायं 7 से रात्रि 10 बजे तक डिनर उपलब्ध करवाया जा रहा है।

कैसा लगा खाना

संभागीय आयुक्त ने निरीक्षण के दौरान वैन पर भोजन ग्रहण कर रहे महेन्द्र सिंह से पूछा कि उन्हें खाना कैसा लगा। महेन्द्र सिंह ने बताया कि वे हनुमानगढ़ से बीकानेर आए तथा स्टेशन से निकलते ही उन्हें अन्नपूर्णा रसोई वैन दिखाई दी। उन्होंने इसी वैन पर पहले नाश्ता किया तथा दोपहर में लंच किया। उन्होंने कहा कि भोजन ताजा व स्वादिष्ट था। वे खाने की गुणवत्ता को लेकर पूर्ण संतुष्ट दिखाई दिए। महेन्द्र सिंह ने सरकार का धन्यवाद व्यक्त करते हुए कहा कि इतनी कम कीमत में बढ़िया खाना उपलब्ध करवाया जा रहा है। यह उनके जैसे लोगों के लिए सरकार की संवेदनशीलता का परिचायक है।

About The Author

Share

You cannot copy content of this page