नगर भ्रमण यात्रा तक कई जगह होगा स्वागत, पुष्प वर्षा भी होगी
हैलो बीकानेर न्यूज नेटवर्क, www.hellobikaner.in, बीकानेर। शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती 11 और 12 जून को दोे दिनों में श्रीडूंगरगढ़ से लेकर बीकानेर तक 13 जगहाें पर अादिशंकराचार्य की पादुका का पूजन करेंगे।
सनातन धर्म रक्षा मंच के संतोषानंद सरस्वती महाराज ने बताया कि 11 जून को सुबह 11:30 बजे श्रीडूंगरगढ़ के िबग्गा में बिग्गाजी मंदिर में दर्शन के बाद रिड़ी गांव जाएंगे। रिड़ी गांव में पहुंचने के बाद चरण पादुका पूजन की शुरूआत करेंगे। यहां से वे दोपहर सवा एक बजे बीकानेर बाइपास चौराहे के लिए रवाना होंगे।
दोपहर तीन बजे के करीब सागर रोड पर पादुका पूजन के लिए रवाना होंगे। 3 बजे बाद बीकानेर में शंकराचार्य पादुका पूजन की शुरुआत करेंगे। इसके बाद अशोक नगर, कोठारी हाॅस्पिटल के पास, नत्थूसर बास, रानीबाजार गली नंबर 5 पर करीब 6 बजे तक वे चरण पादुका पूजन करेंगे। इसके बाद वे जूनागढ़ के गढ़ गणेश मंदिर से नगर भ्रमण शुरू करेंगे।
12 जून को धर्मसभा में भामाशाह किशन माेदी अादि शंकराचार्य का चरण पादुका का पूजन करवाएंगे। इसके अलावा भागवत कथा वाचक भाईश्री, कन्हैयालाल भाटी, राजकुमार किराड़ू़ के यहां पर शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती चरण पादुका पूजन करवाने जाएंगे। इसके अलावा आयोजक सुरेंद्रसिंह राजपुरोहित के यहां भी पहुंचकर शंकराचार्य आशीर्वाद देंगे।
संतोषानंद सरस्वती महाराज ने बताया कि जगदगुरु शंकराचार्य के तीन दिन के बीकानेर प्रवास की तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। जंगलेश्वर महादेव मंदिर के शिव-शिवा सदन में होने वाली धर्मसभा की तैयारियों को अंतिम रूप कल तक दे दिया जाएगा।
11 जून को शाम 6 बजे शुरू होगा शंकराचार्य का नगर भ्रमण :
11 जून को शाम छह बजे से जूनागढ़ के गढ़ गणेश मंदिर से जगदगुरु शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती का नगर भ्रमण शुरू हाेगा। नगर भ्रमण रात आठ बजे तक चलेगा। जो जूनागढ़ से रवाना होकर केईएम रोड, कोटगेट, दाऊजी रोड, तेलीवाड़ा, मोहता चौक, मरुनायक चौक, आचार्यों का चौक हाेते हुए लक्ष्मीनाथ मंदिर तक पहुंचेगा। इसके बाद वे बीकाजी टेकरी, आचार्यों की बगेची से शिव-पार्वती भवन के आगे से गोपेश्वर बस्ती के जंगलेश्वर महादेव मंदिर पहुंचेगा। नगर भ्रमण यात्रा का जगह-जगह स्वागत किया जाएगा।
गोवर्द्धन पर्वत को धारण कर कृष्ण ने मथुरा, गोकुल और वृंदावन के लोगों को बचाया : भाईश्री
जंगलेश्वर महादेव मंदिर के शिव-शिवा सदन में चल रही भागवत कथा में रविवार को कथा वाचक ने भगवान कृष्ण के गोवर्द्धन पर्वत को उठाने की कथा सुनाई। सनातन धर्म रक्षा मंच के बैनर तले हो रही भागवत कथा सप्ताह में कथा वाचक पंडित भाईश्री ने कहा, भगवान कृष्ण ने भारी बारिश में मथुरा, गोकुल और वृंदावन के लोगों को बचाने के लिए अपनी एक अंगुली पर गोवर्द्धन पर्वत को उठा लिया था। भगवान कृष्ण ने तीनों जगहों के लोगों को इस पर्वत के नीचे इकट्ठा कर जान बचाई। यह बारिश इंद्र ने करवाई थी। इसके अलावा भागवत कथा में कृष्ण की बाल लीलाएं, पुतला और बकासुर उद्धार, कालिये नाग की कथा, चीर हरण सहित कई प्रसंगों की व्याख्या की। भागवत कथा की पूर्णाहुति 11 जून को होगी।