लखनऊ। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ से जुडे राष्ट्रीय मुस्लिम मंच ने ईदउज्जुहा (बकरीद) में जानवरों की कुर्बानी नहीं करने की अपील की है।
राष्ट्रीय मुस्लिम मंच के संयोजक रईस खान ने आज यहां कहा कि किसी जानवर की कुर्बानी देने के बजाय केक काटकर त्यौहार की खुशियां मनायी जानी चाहिये। उनका कहना था कि कुर्बानी तो मातम का प्रतीक है जबकि त्यौहार खुशियां लेकर आते हैं, इसलिये केक काटकर बकरीद मनायी जानी चाहिये।
श्री खान ने कहा कि पशु पक्षी, पेड पौधे सभी अल्लाह की रहमत हैं। उन पर सभी को रहमत करनी चाहिये। उनका दावा था कि हज के अलावा अन्य स्थान पर किसी नबी ने भी कुर्बानी नहीं की है तो लोग क्यों इस तरह के काम करते हैं।
उनका कहना था कि उनके परिवार में कुर्बानी की कोई परम्परा नहीं है। उनके माता-पिता अब इस दुनिया में नहीं है। अपने जीवन में उन्होंने कोई कुर्बानी नहीं दी थी, क्योंकि उनका मानना था कि हज के अलावा कहीं और कुर्बानी नहीं दी जानी चाहिये।
उन्होंने कहा कि धर्म की सही जानकारी रखने वाला हज के अलावा कहीं और जानवरों की कुर्बानी देगा ही नहीं। उन्होंने मुस्लिम धर्मगुरुओं से अपील की कि वे समाज को सही रास्ता दिखायें।