हैलो बीकानेर न्यूज़ नेटवर्क, www.hellobikaner.in, स्पोर्ट्स डेस्क। टी 20 क्रिकेट फोर्मेट का एतिहासिक मैच भारत और बांग्लादेश के बीच खेला गया। भारतीय टीम के खिलाडियों ने ये साबित कर बताया की क्यूँ भारत टी 20 क्रिकेट फोर्मेट के वर्ल्ड चैम्पियन है।
संजू सैमसन (111) और सूर्य कुमार यादव (75) की आतिशी बल्लेबाजी के बाद गेंदबाजों के कातिलाना प्रदर्शन की बदौलत भारत ने शनिवार को यहां तीसरे टी20 मैच को एकतरफा अंदाज में 133 रन से जीत कर बांग्लादेश का सीरीज में सफाया कर दिया।
हैदराबाद के राजीव गांधी अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम में भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुये निर्धारित 20 ओवर में छह विकेट पर 297 रन बनाये जिसके जवाब में बांग्लादेश सात विकेट पर 164 रन ही बना सका। इसके साथ ही भारत ने पड़ोसी मुल्क के खिलाफ श्रृखंला 3-0 से जीत ली है। इससे पहले दो टेस्ट मैचों की सीरीज में भी भारत ने क्लीन स्वीप किया था।
भारत और बांग्लादेश के बीच तीसरे टी20 मुकाबले से पहले हल्की बरसात ने उमस में इजाफा किया था मगर बाद में भारतीय खिलाड़ियों के बल्ले से रनों की ऐसी बरसात हुयी जिससे स्टेडियम में बैठे हजारों दर्शक भावनाओं के ज्वार में गोते लगाने लगे। संजू सैमसन और सूर्य कुमार यादव के बाद भी भारतीयों के आक्रामक अंदाज में तनिक भी कमी नजर नहीं आयी और हार्दिक पांड्या (47) और रियान पराग (34) ने भी बांग्लादेशी गेंदबाजों की बेरहमी से पिटाई की।
बल्लेबाजी करने उतरे बांग्लादेश का पहला विकेट मयंक यादव ने अपने पहले ओवर की पहली गेंद पर लिया जिसके बाद पूरे मैच में बांग्लादेश के बल्लेबाज कहीं से भी लक्ष्य का पीछा करने का हौसला जुटाते नजर नहीं आये। मो. तौहीद हृदोय (63 नाबाद) और लिटन दास (42) ही भारतीय आक्रमण का जवाब देने में दिलचस्पी जताते दिखायी दिये जबकि तंजिद हसन (15) और नजमुल शान्तो (14) अपने निजी स्कोर को दहाई तक ले जाने वाले अन्य दो खिलाड़ी रहे। मंयक (32 रन पर दो विकेट) ने एक बार फिर अपनी रफ्तार से बांग्लादेशी बल्लेबाजों में आतंक पैदा किया वहीं अनुभवी रवि बिश्नोई (30 रन पर तीन विकेट) की फिरकी का जवाब बांग्लादेश के पास नहीं था। वशिंगटन सुंदर को केवल एक ओवर डालने का मौका मिला जिसे सार्थक करते हुये उन्होने तंजिद हसन को चलता किया।नीतिश रेड्डी भी एक विकेट झटकने में सफल रहे।
भारतीय पारी में कुल 22 छक्के लगे जो अब तक का एक रिकार्ड है। संजू सैमसन ने अपनी आतिशी बल्लेबाजी से न सिर्फ चयनकर्ताओं और कोच को आकर्षित किया बल्कि अपने डांवाडोल करियर को भी सहारा दिया। संजू का बल्ला आज आग उगल रहा था। उन्होने पारी के दसवें ओवर में दिलशाद हुसैन को अपना निशाना बनाया और एक के बाद एक पांच छक्के जड़ कर स्टेडियम में जोश भर दिया। दूसरे छोर पर कप्तान सूर्य कुमार यादव अपने चिरपरिचित अंदाज में बांग्लादेशी आक्रमण की बखिया उधेडने में लगे थे।
इस बीच संजू ने अपने करियर का पहला शतक मात्र 40 गेंदों पर पूरा किया। इसके साथ ही वह भारत की ओर से सबसे तेज टी20 शतक लगाने वाले दूसरे शूरवीर बने। इससे पहले रोहित शर्मा ने वर्ष 2017 में श्रीलंका के खिलाफ 35 गेंदों में शतक लगाया था। माथे पर पसीने की अगिनत बूंदे समेटे संजू शतक लगाने के बाद आत्मविश्वास से परिपूर्ण नजर आ रहे थे। कप्तान सूर्या ने आगे बढ़कर अपने साथी बल्लेबाज से गले लग कर उनका हौसला बढ़ाया।
उधर, बांग्लादेश के अनुभवी मुस्तफिजुर रहमान ने गति में चतुराई से परिवर्तन करते हुये संजू को गेंद दी जिसे पुल करने के प्रयास में वह डीप स्कावयर लेग पर खड़े खिलाड़ी को कैच थमा बैठे। संजू के आउट होने के बाद सूर्या का भी आत्मविश्वास डगमगाया और वह अगले ही ओवर में महमुदल्लाह का शिकार बन पैवलियन लौट गये। संजू और सूर्या के बीच दूसरे विकेट के लिये 173 रन की तेज भागीदारी हुयी। सूर्या के 75 रन मात्र 35 गेंदों पर आये जिसमें उनके आठ चौके और पांच छक्के शामिल थे वहीं संजू ने अपनी शतकीय पारी के दौरान 11 चौके और आठ छक्के जड़े।
दोनो खिलाड़ियों के आउट होने के बावजूद भारतीयों की आक्रामकता पर कोई खास असर नहीं पड़ा। रियान पराग ने मात्र 13 गेंदों में चार छक्कों की मदद से 34 रन की पारी खेली तो दूसरे छोर पर हार्दिक पांड्या 18 गेंदों की संक्षिप्त पारी में चार चौके और इतने ही छक्के की सहायता से 47 रन बनाकर विदा हुये। आज के मैच में नीतिश कुमार रेड्डी (0) और अभिषेक शर्मा (4) का बल्ला नहीं चला।
बांग्लादेश की ओर से तनज़ीम हसन साकिब ने 66 रन देकर तीन भारतीय बल्लेबाजों के विकेट गिराये जबकि तसकीन अहमद,महमुदल्लाह और मुस्तफिकुर रहमान को एक एक विकेट मिला।