अमेरिकी प्रवासी श्री पंकज ओझा, निदेशक डॉयच बैंक, यूएसए मुख्य वक्ता के तौर पर रहे मौजूद
हैलो बीकानेर न्यूज़ नेटवर्क, www.hellobikaner.in, बीकानेर । बेसिक पी.जी. महाविद्यालय में ‘‘कैरियर कम्पास: फाइन्डिंग योर डायरेक्शन’’ विषय पर सेमिनार का आयोजन रखा गया। इस सेमिनार के मुख्य वक्ता पंकज ओझा, निदेशक, डॉयच बैंक, यूएसए रहे। इस अवसर पर महाविद्यालय प्रबंध समिति के चेयरमेन रामजी व्यास एवं महाविद्यालय प्राचार्य डॉ. सुरेश पुरोहित भी उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का शुभारम्भ माँ सरस्वती के समक्ष दीप-प्रज्वलन के साथ किया गया। कार्यक्रम के प्रारम्भ में महाविद्यालय प्राचार्य डॉ. सुरेश पुरोहित द्वारा मुख्य अतिथि का स्वागत उद्बोधन प्रस्तुत करते हुए बताया गया कि बीकानेर, गंगाशहर के निवासी पंकज ओझा ने कम्प्यूटर साइन्स से इंजिनियरिंग में टॉप किया। इसके बाद भारत सरकार की सी-डॅक संस्था मे रिसर्च साइंटिस्ट के रूप मे काम किया।
यहाँ इन्होने सुपर-कम्प्यूटर परम-पद्मा को इसरो के सेटेलाईट सिस्टम के साथ एकीकृत करते हुए महत्त्वपूर्ण जानकारियां उपलब्ध करवाते रहे। इसके पश्चात् इन्होंने बेल (भारत एलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड) मे एग्ज़िक्युटिव इंजिनियर के रूप मे इंडियन रडार सिस्टम एंड सबमरीन्स की डवलपमेंट टीम के रूप में कार्य किया। वर्तमान में पंकज जी ओझा अमेरिका मे डॉयच मे निदेशक के पद पर हैं और फाइनेंसियल क्राइम रोकने में तकनीकी कार्य करने वाली टीम का नेतृत्व कर रहे हैं।
मुख्य वक्ता पंकज ओझा ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि विद्यार्थियों को इंग्लिश स्पोकन के साथ-साथ उनके कौशल एवं व्यक्तित्व विकास पर अधिक ध्यान देने की बात कही। उन्होंने कहा कि वर्तमान में जहाँ रोज़गार के सीमित अवसर दिख रहे हैं वहीं कृत्रिम बुद्धिमत्ता एवं डिजिटल तकनीक के विस्तार ने चुनौतियाँ और भी बढ़ा दी हैं। इन परिस्थितियों में हमें नीतिगत बदलाव पर ध्यान देना होगा। रोज़गार के इच्छुक लोगों को उद्यमिता के अवसर प्रदान करने होंगे, ताकि वे औरों को भी रोज़गार दे सकें।
पंकज ओझा ने यह भी बताया कि स्टार्टअप इंडिया जैसे अभियानों को और अधिक प्रभावी बनाए जाने की ज़रूरत है, यद्यपि इस योजना के तहत स्टार्टअप की परिभाषा में बदलाव समेत कई आवश्यक कदम सरकार ने उठाए हैं। श्री पंकज ओझा ने विद्यार्थियों को अपने जीवन से जुड़े अनेक अनुभवों को साझा करते हुए यह भी बताया कि इसमें कोई शक नहीं है कि भारतीय अर्थव्यवस्था लगातार प्रगति कर रही है लेकिन राह में अनेक चुनौतियाँ हैं और रोज़गार सृजन की समस्या उन्हीं चुनौतियों में से एक है। वक्त है हम अपनी प्राथमिकताएँ तय करें और उनमें इसे पहले स्थान पर रखें।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे महाविद्यालय के चेयरमेन रामजी व्यास ने मुख्य अतिथि का आभार प्रकट करते हुए बताया कि महाविद्यालय के बड़े ही गौरव का क्षण है कि हमारे ही बीकानेर गंगाशहर के निवासी आज इतने बड़े पद पर होने के बाद भी इस सेमिनार के लिए मुख्य वक्ता के रूप में हमारे बीच मौजूद हैं। व्यास ने भी अपने अनुभवांे को साझा करते हुए बताया कि सही करियर पथ चुनने के लिए आत्मनिरीक्षण, अनुसंधान, कौशल विकास और नेटवर्किंग की आवश्यकता होती है इसलिए जरूरी है कि एक सफल करियर के लिए अनुकूल बने रहें।
कार्यक्रम के अन्त में महाविद्यालय प्रबंध समिति के चेयरमेन रामजी व्यास एवं महाविद्यालय प्राचार्य डॉ. सुरेश पुरोहित द्वारा मुख्य अतिथि पंकज ओझा का आभार प्रकट करते हुए उपरना, साफा एवं प्रतीक चिह्न भेंट किया गया।
इस अवसर पर महाविद्यालय के स्टाफ सदस्य डॉ. मुकेश ओझा, डॉ. रमेश पुरोहित, डॉ. रोशनी शर्मा, डॉ. नमामिशंकर आचार्य, वासुदेव पंवार, माधुरी पुरोहित, प्रभा बिस्सा, सीमा शर्मा, विकास उपाध्याय, अजय स्वामी, शालिनी आचार्य, प्रेमलता व्यास, हितेश पुरोहित, पंकज पाण्डे, खुशबू शर्मा, कृष्णा व्यास, जाह्नवी पारीक, संध्या बिस्सा, शिवशंकर उपाध्याय, श्री राजीव पुरोहित आदि का उल्लेखनीय योगदान रहा।