बीकानेर hellobikaner.com आज पुलिस महानिरीक्षक ओमप्रकाश ने कोटगेट थाने में प्रेसवार्ता कर बताया कि आईजीपी बीकानेर की टीम को करोड़ों रूपये गाडिय़ों में भरकर कोलकाता ले जाने की सूचना मिलने पर पुलिस अधीक्षक योगेश यादव, अति. पुलिस अधीक्षक अमित कुमार व नरेन्द्र कुमार पूनिया के नेतृत्व में भारतीय जाली नोटों के कुल 2 करोड़ 74 लाख रूपये बरामद कर 6 आरोपियों को गिरफ्तार कर जाली नोट छापने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है।
पुलिस के अनुसार कल 23 जुलाई को हैड कानि. नानूराम गोदारा को सूचना मिली की जयपुर रोड स्थित वृन्दावन एन्कलेव कॉलोनी के एक मकान नं. 670 प्रथम फेज में रविकान्त जाखड़, नरेन्द्र शर्मा उर्फ विक्की, मालचन्द शर्मा मौजूद है। जिनके कब्जे में भारी मात्रा में नकली नोट है। ये लोग जाली नोट छापते है तथा हवाला के जरिये लोगों से जाली मुद्रा चलाकर ठगी करते है व इनके तीन साथी चम्पालाल शर्म उर्फ नवीन सारस्वत, पुनमचन्द शर्मा, राकेश सारस्वत एसक्रोस गाड़ी नं. आरजे 50 सीए 9009 में वृन्दावन एनकलेव से भारी मात्रा में जाली मुद्रा लेकर गये है जो अभी नोखा से मुकाम की तरफ निकले है।
जिनके पास में भी भारी मात्रा में भारतीय जाली नोट है। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अमित कुमार बुड़ानिया के नेतृत्व में वृन्दावन एंकलेव स्थित मकान पर दबीश देकर तीन मुल्जिम रविकान्त जाखड़, मालचन्द्र शर्मा व नरेन्द्र को नकली नोट व नकली नोट तैयार करने के सामान के साथ कार नम्बर आरजे १४ एलसी ३०८१ व आरजे ०७ सीडी ०२९० मारूती बेलेनो के साथ दस्तयाब किया गया। नोखा के पास से चम्पालाल शर्मा उर्फ नवीन सारस्वत, पुनमचन्द शर्मा, राकेश शर्मा को मय भारी मात्रा में नकली नोट व कार सहित दस्तयाब किया गया।
ऐसे की पुलिस ने कार्यवाही : लूणकरणसर थाने में पदस्थापित कानिस्टेबल जयप्रकाश व सचित्रवीर ने सबसे पहले यह जानकारी आईजीपी कार्यलय में पदस्थापित उप अधीक्षक नरेन्द्र कुमार पूनियां को दी कि दीपक मोची निवासी चौधरी कॉलोनी लूणकरणसर नकली नोटों का अवैध धन्धा कर रहा है। इस पर पुलिस ने भैष बदलकर इनके ठिकानों पर जाकर इनकी दैनिक गतिविधियों व इस गैंग के सदस्यों की पहचान की। इस गैंग का मुख्य सरगना चम्पालाल शर्मा उर्फ नवीन सारस्वत है।
इनकी टीम दिल्ली, कोलकता, मुम्बई, पुणे, बैंगलोर, पटना, गुहावटी, शिलोंग, लुधियाना, चण्डीगढ़, सूरत, अहमदाबाद, वृन्दावन, बनारस, गाजियाबाद आदि शहरों में निरन्तर नकली नोट हवाला के माध्यम से खपा रहे है की जानकारी प्राप्त की गई।
पुलिस की स्पेशल टीम ने इनके गिरोह द्वारा फ्लेट की चौथी मंजिल रहवास के दौरान पास की बिल्डिगों से इनकी निगरानी रखी, ड्रोन के माध्यम से भी संदिग्धों पर नजर रखी गई। जैसे ही इनके पास बड़ी मात्रा में नकली नोट तैयार होने व बाहर सप्लाई करने के बारे में पता लगने पर पुलिस टीम के सहयोग से इस कार्यवाही को सफलता पूर्वक अंजाम दिया गया।
गैंग ऐसे करता था नकली नोट सप्लाई : यह गैंग पार्टी को हवाला के जरिये नकली नोटो की डिलेवरी करते समय अन्य राज्यों की फर्जी मोबाइल सिम काम में लिया करते थे। एक बार काम होने के बाद उस सिम को दुबारा काम में नहीं लेते थे। नोटों की डिलेवरी देने से पहले नोटो के बंडल तैयार करते समय बंडल के आगे और पिछे एक-एक असली नोट रखा जाता था। इस गैंग के सदस्यों के महंगे शोक भी है महंगे कपड़े, महंगी गाड़ी बड़े-बड़े होटलो में ठहरना, लडकियों पर लाखों रूपये उड़ाना आदि, इस गिरोह के सभी सदस्यों के परिवारजनों को इनके अवैध धन्धे के बारे में पता है।
इस सम्पूर्ण कार्यवाही को अंजाम तक पहुंचाने में आईपीजी कार्यालय में पदस्थापित स्पेशल टीम के हैड कानि. नानूराम गोदारा व कानि. संदीप जान्दू व रामप्रताप सायच की महत्वपूर्ण भूमिका रही है।