बीकानेर (हैलो बीकानेर)। ग्यारहवें विप्र गौरव सम्मान समारोह में रविवार को गौड़सभा भवन में आयोजित कार्यक्रम में शैक्षणिक खेलकूद और विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में विशिष्ट उपलब्धियों के लिये ब्राह्मण समाज की 200 प्रतिभाओं को सम्मानित किया गया। समारोह की संयोजक सुनीता गौड़ ने बताया कि जिले में प्रति वर्ष होने वाले विप्र गौरव सम्मान समारोह से अब तक 1400 प्रतिभाओं को सम्मानित किया जा चुका है। इसके अलावा चार युवक-युवति परिचय सम्मेलन करवाकर विवाह योग्य युवाओं के परिजनों की मदद की गई है। उन्होंने कहा की राजस्थान की जनसंख्या का 65 प्रतिशत भाग ब्राह्मणों का है। फिर भी ब्राह्यणों को लोक सभा और विधानसभा उचित प्रतिनिधित्व नहीं मिल रहा है जो बड़ी विडम्बना का विषय है।
ग्यारहवें विप्र गौरव सम्मान समारोह में रविवार को गौड़सभा भवन में आयोजित कार्यक्रम में शैक्षणिक खेलकूद और विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में विशिष्ट उपलब्धियों के लिये ब्राह्मण समाज की 200 प्रतिभाओं को सम्मानित किया गया। समारोह की संयोजक सुनीता गौड़ ने बताया कि जिले में प्रति वर्ष होने वाले विप्र गौरव सम्मान समारोह से अब तक 1400 प्रतिभाओं को सम्मानित किया जा चुका है। इसके अलावा चार युवक-युवति परिचय सम्मेलन करवाकर विवाह योग्य युवाओं के परिजनों की मदद की गई है। उन्होंने कहा की राजस्थान की जनसंख्या का 65 प्रतिशत भाग ब्राह्मणों का है। फिर भी ब्राह्मणों को लोक सभा और विधानसभा उचित प्रतिनिधित्व नहीं मिल रहा है जो बड़ी विडम्बना का विषय है। समारोह की मुख्य अतिथि श्रीबालाजी धाम के पीठाधिस्वर महन्त बजरंगदास ने कहा कि समाज में शिक्षा और संस्कारों को दिक्षित करने में ब्राह्यण समाज का महती योगदान रहा है। ब्राह्यण प्रतिभाओं के सम्मान से इन परम्पराओं को आगे बढ़ाने में मदद मिलती है। उन्होंने कहा कि शिखा, जनेऊ, तिलक धारण करना हमारी विशिष्ठ पहचान है। हमें अपने कर्तव्यों के प्रति सजग होकर सामाजिक उत्थान के कार्यों को आगे बढ़ाना है।
विशिष्ठ अतिथि के रूप में सागर विद्या पीठ के अधिष्ठाता स्वामी रामेश्वरानन्द पुरोहित ने कहा कि ब्राह्मण जाति नहीं एक सोच है। विप्र बन्धुओं ने सदैव कुछ न कुछ दिया है, समाज की प्रतिभाओं के सम्मान से समाज व देश को मजबूती मिलती है। समारोह में ब्रह्म कुमारी कमल बहन ने कहा कि ब्राह्यण समाज का सर्वप्रिय रहा है, ब्राह्मण को मान-सम्मान चाहिये, इस समारोह के आयोजन से युवाओं को आगे बढ़ने की प्रेरणा मिलती है। सर्वप्रथम भगवान परशुराम के चित्र पर दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया गया। समारोह में छःन्याति ब्राह्मण समाज के अध्यक्ष मोहनलाल जाजड़ा, सनाढ्य ब्राह्मण समाज के अध्यक्ष किशन पाण्डे, विप्र फाउण्डेशन के प्रदेशाध्यक्ष ताराचन्द सारस्वत, भंवर पुरोहित, हेमाराम जोशी, बनवारी लाल शर्मा, प्रेम वशिष्ठ, उमाचरण सिरोलिया, राजस्थान ब्राह्यण महासभा के देहात अध्यक्ष विश्वनाथ शर्मा, विप्र युवा मंच के अध्यक्ष रविन्द्र जाजड़ा, हनुमान उपाध्याय, श्रीधर शर्मा, मिन्टू जोशी, आशा पारीक, योगेन्द्र दाधिच, अरविन्द गौड़, पियुष शर्मा और मीना आसोपा आदि समारोह में उपस्थित रहे।