बीकानेर। फोर्टिस डी.टी. एम. हॉस्पिटल बीकानेर के ह्रदय रोग विशेषज्ञ डॉ. बी. एल. स्वामी ने 32 मिलीमीटर के दिल के छेद को डिवाइस (निकिल धातु की छतरी) से बंद कर बड़ी ह्रदय रोग सर्जरी से बचाया।
आमतौर पर चीर फाड़ से इस प्रकार के मरीजों का इलाज संभव हो पता हैI डॉ. स्वामी ने परक्यूटेनियली फीमोरल वीन से जाकर डिवाइस लगा दी जिससे मरीज को साँस में पूर्णतया आराम है।
यह इस तरह का बीकानेर में पहला ऑपरेशन है जिसमे मरीज दूसरे दिन से अपने काम में जुट जाता है एंव ऑपरेशन के दौरान बेहोश करने की जरुरत भी नहीं पड़ती है लोकल एनेस्थीसिया से ये संभव है।
अस्पताल के चेयरमेन डॉ. तनवीर मालावत ने बताया कि फोर्टिस डीटीएम हॉस्पिटल बीकानेर के लोगो के लिए चिकित्सा के क्षेत्र में नवचार लाने को प्रतिबध हो और इसी तरह विभिन क्षेत्रों में मरीजों को राहत प्रधान करती रहेगी । उन्होंने यह बताया कि बिना चीर फाड़ ह्रदय में हुये छिद्र को ठीक करने की पदर्ति बीकानेर में अन्य किसी भी सरकारी या निजी अस्पताल में नहीं ली जाती है।
डॉ. बी. एल. स्वामी ने बताया कि अब मरीज पूरी तरह से स्वस्थ है तथा बिना चिर फाड हुये इस इलाज के बाद अब मरीज को और किसी भी तरह का इलाज लेने की जरुरत नहीं है मरीज को छुट्टी दे कर घर भेज दिया गया है बाल व वयस्क के गंभीर ह्रदय रोगो का इलाज फोर्टिस डीटीएम हॉस्पिटल में नियमित रूप से किया जाता ।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में अस्पताल के एनेस्थीसिया विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. डेनिस एम. पेअर्स, डॉ अंकिता गुप्ता, कैंसर रोग विशेषज्ञ डॉ अनीस मालावत, रेडियोलाजिस्ट डॉ सानिया मुस्लिम एंव अन्य वरिष्ठ चिकित्सक मौजूद रहे।