हैलो बीकानेर। आपको हमारी हैडिंग पढ़ कर जरा आश्चर्य हुआ होगा। लेकिन ये सच है जितना इन्तजार होली का साल भर से बीकानेर शहर के लोग करते है शायद ही कही और होली का इतना इन्तजार किया जाता होगा। आएये आपको बताते है की बीकानेर की होली को यहाँ के लोग सिर्फ के त्यौहार की तरह मानते नहीं है बल्कि उस दिन को जीते है …
होली तो पुरे भारत में मनायी जाती है लेकिन जिस अंदाज में बीकानेर शहर होली मनाता आ रहा है शायद ही कही और इस तरह की होली मनायी जाती होगी। हर उम्र के लोग झूम रहे थे नाच रहे थे गा रहे थे। हर तरफ नजारा कुछ एसा की उसको केमरे में कैद करने को जी करता। सोशल मिडिया पर तो जैसे रंगों की बरसात हो रही थी हर कोई अपनी फोटो में कलर से नहाया हुआ लग रहा था। किसी को पहचानने के लिए उसका नाम ही जरिया बना हुआ था। पुरे साल बेसब्री से होली का इन्तजार करने वाले होली की रसियो को तो जैसे जादू का चिराग हाथ लग गया हो और कोई अपने आप में अलग अंदाज में होली को मानना चाहता था।
पुरे दिन चला लाइव वीडियो का दौर : बीकानेर में होली पर जितना सोशल मिडिया पर लाइव वीडियो चल रहे थे सायद ही किसी और दिन बीकानेर शहर की फेसबुक आई डी से इतने लाइव वीडियो देखे गए। लाइव वीडियो से बीकानेर शहर के साथ साथ बीकानेर से बाहर रहने वालो तक भी बीकानेर शहर की होली को पहुचाया जा रहा था।
प्यार-मोहब्बत का प्रतीक होली पर्व की मस्ती : धुलण्डी के दिन शहर में जमकर होली-गुलाल बरसे, जिससे चहुंओर वातावरण में रंगबिरंगी फिजां फैल गयी। शहर के भीतरी भागों के अलावा कॉलोनियों व अनेक मौहल्लों में हर आयु वर्ग के लोगों ने जमकर धमाल मचाया। कहीं डीजे की धुनों पर तो कहीं चंग की थाप पर झूमते हुए होली के रसियों ने खूब लुत्फ उठाया।
Posted by Sunil Purohit on 2 ಮಾರ್ಚ್ 2018
धूलण्डी के दिन मुख्य आकर्षण तणी तोडऩे का कार्यक्रम रहा। अलसुबह से ही लोग रंग-गुलाल लेकर घरों से निकल पड़े। अपने परिचितों-मित्रों के जमकर रंग-गुलाल लगाया। मस्ती से सरोबार लोग एक मोहल्ले से दूसरे मोहल्ले में घूमते रहे, जिसकी वजह से दम्माणी चौक, बिस्सों का चौक, हर्षों का चौक, रत्ताणी व्यासों का चौक, बारहगुवाड़, नत्थूसर गेट, साले की होली आदि क्षेत्रों में दो दिनों तक रौनक रही। लोगों के चेहरे इस तरह से पुते हुए थे कि उन्हें पहचानना मुश्किल हो रहा था।
Posted by Sunil Purohit on 2 ಮಾರ್ಚ್ 2018
ओझा-छंगाणियों की गेवर जुगलकिशोर ओझा उर्फ पुजारी बाबा के नेतृत्व में निकली। दोपहर में तणी तोड़ समिति के तत्वावधान में तणी तोडऩे का कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम को देखने के लिए हजारों लोगों की भीड़ नत्थूसर गेट पर जमा हो गयी। रंग बिरंगे रंगों से सरोबार लोगों की उपस्थिति से माहौल अलग ही बन रहा था। ज्ञात रहे कि तणी तोडऩे का कार्यक्रम पुष्करणा समाज की विभिन्न जातियों द्वारा सामूहिक रूप से संपन्न करवाया जाता है।