बीकानेर hellobikaner.com आंगनबाड़ी केंद्रों पर बच्चों की उपस्थिति 70 प्रतिशत से कम पाई गई तो संबंधित आंगनवाड़ी कार्यकर्ता को हटाने की कार्रवाई की जाएगी।
जिला कलक्टर भगवती प्रसाद कलाल ने शुक्रवार को कलेक्ट्रेट सभागार में कुपोषण और माॅडल आंगनबाड़ी केंद्र के संबंध में आयोजित समीक्षा बैठक में यह निर्देश दिए। उन्होंने महिला पर्यवेक्षकों व सीडीपीओ को केन्द्रों के नियमित निरीक्षण के निर्देश देते हुए कहा कि यदि पंजीकृत बच्चों की तुलना में निरीक्षण के दौरान 70 फीसदी से कम बच्चे केन्द्र पर मिले तो संबंधित आंगनवाड़ी कार्यकर्ता के विरुद्ध सख्त कार्रवाई करते हुए उन्हें हटाने की कार्यवाही की जाए।
जिला कलक्टर ने कहा कि बार-बार निर्देश के बावजूद निरीक्षण के दौरान बच्चों की उपस्थिति बहुत कम पाई गई तो यह स्वीकार नहीं किया जाएगा। कार्य में सुधार करें । उन्होंने महिला एवं बाल विकास उपनिदेशक शारदा चौधरी को सभी सीडीपीओ को दूरदराज के क्षेत्रों में निरीक्षण के लिए भेजने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि निरीक्षण के दिन पाई गई उपस्थिति का पूर्व में रजिस्टर में दर्ज उपस्थिति से मिलान करें और यदि गलत पाए जाते हैं तो सख्त कार्रवाई की जाए।
जिला कलक्टर ने पोषण वाटिका ,प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना सहित विभिन्न योजनाओं की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि यदि साहयिका आंगनबाड़ी कार्यकर्ता का सहयोग नहीं करती है तो उसके विरुद्ध भी कार्यवाही अमल में लाई जाए।
जिला कलक्टर ने कहा कि जहां-जहां खिलौना बैंक बनाये जाने शेष है, उन आंगनबाड़ी केन्द्रों में शीघ्र स्थापित किया जाए। उन्होंने कहा कि पोषण वाटिका के काम में तेजी लाते हुए सहजन फली व ग्वारपाठा के पौधे लगवाएं। बैठक में उप निदेशक महिला एवं बाल विकास विभाग शारदा चौधरी ने विभागीय प्रगति की जानकारी दी। बैठक में समस्त सीडीपीओ व महिला पर्यवेक्षक उपस्थित थे।
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