बीकानेर(हैलो बीकानेर न्यूज़)। इस बार पहली बार अन्तरराष्ट्रीय ऊंट उत्सव की शोभायात्रा में पुष्करणा सावे की झलक भी दिखाई देगी। शोभायात्रा 12 जनवरी को सुबह 11 बजे जूनागढ़ से निकलेगी। इस यात्रा में पूरी बारात व दूल्हा विष्णु स्वरूप में होगा। यह शोभायात्रा रमक झमक संस्था द्वारा निकाली जाएगी।
रमक़ झमक संस्था के प्रहलाद ओझा भैरू ने कहा कि यह बीकानेर की संस्कृति व पुष्करणा समाज के लिए गौरव की बात है। ओझा ने बताया कि शोभायात्रा में पुष्करणा परम्परा के अनुसार खिड़गिया पाग(साफा), बाजुबंध, तिलक, पुष्पमाला और पैरों में खड़ाऊ पहन कर चलेगा। पूरी शोभायात्रा के दौरान दुल्हा लौंकार की छत्रछाया में पैदल ही चलेगा।
दुल्हे के साथ केसरियों लाडो जीवंतों रेहै… वैवाहिक गीत गाते हुए रंगबिरंगी पोशाकों में सजी संवरी महिलाएं एवं पुरूष ऊंट उत्सव का खास आकर्षण रहेंगे। गौरतलब है इस उत्सव में हर साल बड़ी संख्या में देशी-विदेशी पर्यटक शामिल होते हैं। साथ ही ध्यान रहे कि 21 फरवरी को पुष्करणा सावे में सैंकड़ों की संख्या में युवा जोड़ों का पाणिग्रहण संस्कार होगा। पुष्करणा सावे की यह परम्परा सदियों पुरानी है। जहां एक ही दिन में बड़ी संख्या में शादियां होती है। इस गौरवशाली परम्परा को देशी तथा विदेशी पर्यटकों के लिए एक यादगार सौगात होगी। साथ ही उन्हें बीकानेर के पुष्करणा समाज के इस वैवाहिक संस्कार की समृद्ध परम्परा का संदेश देने का अवसर भी मिलेगा।