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आधुनिक हो कर विकसित हो गयी है फिजियोथेरेपी :- डॉ आर ऐ बम्ब

खिलाड़ियों की स्वाभाविक क्षमता बढ़ाती है विकसित फिजियोथेरेपी :- अशोक ओहरी

हैलो बीकानेर न्यूज़। फिजियोथेरेपी ऐसी विकसित चिकित्सा पद्धति हो गयी है जो अलग अलग शारिरिक बीमारियों से हो रहे दर्द निवारण के लिए सुनिश्चित तकनीक क प्रयोग करते हुए इलाज बगैर दवाइयों और ऑपरेशन से बचाव करता है। विश्व से लेकर आम शहरों के अस्पतालों में भी फिजियो विभाग स्थापित होना शुरू हो गया है। जिससे लाभान्वित होकर आमजन का विशवास भी बढ़ा है – यह उदगार डॉ रामावतार बम्ब ने सेमीनार के उदघाटन के अवसर पर कहे।
खेल क्षेत्र में राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन से जुड़े डॉ अशोक ने कहा की खिलाड़ियों की शारीरिक क्षमता बढ़ाने के साथ साथ सही तकनीक से खेलने से भी रिकॉर्ड प्रदर्शन हो रहे हैं। हर खिलाड़ी को इस चिकित्सा पद्धति का उपयोग करना चाहिए।
बीकाजी इंटेरनाशन ग्रुप के सहयोग से  इंडीयन एसोसिएशन ऑफ़ फ़िज़ियोथेरेपिस्ट और रोटरी क्लब बीकानेर मरुधरा के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित मल्टी स्पेशियलिटी फिजियोथेरेपी शिविर में 137 लोगों ने खेल, प्रसूति, बढ़ती उम्र तथा औचक रूप से उपजे दर्द निवारण हेतु चिकित्सा परामर्श लिया।
रोटरी मरुधरा के अध्यक्ष पुनीत हर्ष ने बताया की विश्व फिजियोथेरेपी दिवस पर आयोजित शिविर में डॉ अभिषेक गर्ग, डॉ विनय गर्ग, डॉ लक्ष्मण सिंह, डॉ भरत खत्री और डॉ मारुती खत्री ने 137 रोगियों की चिकित्सिकीय जांच की।
क्लब सचिव राजेश बवेजा ने बताया की शिविर के उपरान्त चिकित्सकों ने पॉवरपॉइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से खेल, प्रसूति, न्यूरो, अस्थिरोग, जिरियाट्रिक, फिटनेस विषयों पर विभिन्न बातें बताई जिससे की बीमारियों के लक्षण जानकार रोगी होने से बचा जा सके।
शिविर आयोजन में पूर्व अध्यक्ष आनंद आचार्य, रोटे मनमोहन सिंह, अर्पित अग्रवाल, अम्बुज गुप्ता, शकील अहमद, लक्ष्मीनारायण सुथार, अनीश अहमद,राहुल माहेश्वरी, शरद कालड़ा, जी दयाल राठी, मनीष कालड़ा आदि ने सहयोग दिया।

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