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जीएसटी को लेकर संवाद

हैलो बीकानेर,। केन्द्रीय वित्त एवं कम्पनी मामलात राज्यमंत्री श्री अर्जुन मेघवाल ने कहा है कि जीएसटी से व्यापारी वर्ग को भ्रमित नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि रोजगार घटने के बारे में जो भ्रांतियां पैदा कीे जा रही है,उनका कोई आधार नहीं है। कोई भी सरकार नहीं चाहेगी,कि उसके राज में रोजगार घटे।

वित्त राज्यमंत्री श्री मेघवाल मंगलवार को एक नीजि होटल में जीएसटी को लेकर,विभिन्न व्यापारिक संगठनों के संवाद कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने देश में आर्थिक सुधार की दिशा में बहुत बड़ा कदम उठाया है। सूचना तकनीक का उपयोग करते हुए, कर सिस्टम में पारदर्शिता आएगी। उन्हाेंने कहा कि देश में बहुत तेजी के साथ व्यवस्थाएं बदल रही है। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार 31 जुलाई तक करों की प्राप्ति पर नज़र रखेगी।

उन्हाेंने कहा कि जीएसटी अर्थव्यवस्था के लिए लाभप्रद है। इससे एकीकृत साझा राष्ट्रीय बाजार का निर्माण होगा तथा भारत एक मैन्युफैक्चरिंग हब बनेगा। साथ ही निवेश और निर्यात बढे़गा। उन्होंने कहा कि वस्तुओं एवं सेवाओं पर लगने वाले वर्तमान अनेक करों की जगह एक कर से आसानी होगी। व्यापारिक समूह को इससे चिन्तित होने की जरूरत नहीं । उन्हाेंने कहा कि कम छूट के साथ सरल कर व्यवस्था की गई है। उन्हाेंने कहा कि देशभर में नियमों,प्रक्रियाओं एवं कर दरों में एकरूपता लाई गई है। उन्होंने कहा कि इस व्यवस्था से एक आर्थिक भारत का निर्माण होगा। प्रतिस्पर्धा बढ़ने से उपभोक्ताओं को फायदा होगा।

श्रीमेघवाल ने कहा कि व्यापार और उद्योग के लिए यह लाभप्रद है। उन्होंने व्यापारियों की जीएसटी पंजीकरण और रिटर्न भरने की शंकाओं का निवारण करते हुए कहा कि पंजीकरण,कर भुगतान,रिटर्न फाइल करने एवं कर का रिफंड प्राप्त करने के लिए समान प्रक्रिया अपनाई गई है। उन्होंने कहा कि निर्माता व आपूर्तिकर्ता से खुदरा विक्रेता तक टैक्स क्रेडिट के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि छोटे आपूर्तिकर्ताओं के एक बडे़ वग्र को छूट/कम्पाजीशन स्कीम के लाभ से इस वर्म का उत्पाद सस्ता होगा।

उन्होंने कहा कि जीएसटी के संबंध में जो भी अड़चने आएगी,उसे दूर किया जायेगा। उन्हाेंने कहा किे जीएसटी की जानकारी देने के लिए सैन्ट्रल एक्साइज के सभी कार्यालयों में जी.एस.टी.सुविधा केन्द्र में कन्वर्ट किया गया है और इसने कार्य करना भी प्रारंभ कर दिया है। यह केन्द्र व्यापारियों की जीएसटी से संबंधित समस्याओं का समाधान करेगा। इसके अलावा सरकार ने सौशल मीडिया पर जीएसटी के विरोध में आ रही रिपोर्ट का भी मूल्यांकन कर ,वित्त विभाग की वेब साइट पर डाला जा रहा है। उन्होंने इंस्पेक्टर राज की धारण को गलत बताया और कहा कि इस प्रक्रिया में ह्यूमन इन्टरफेस कम से कम होगा। प्रारंभ में कानून की जानकारी लेने के लिए इनका सहयोग लिया जा सकेगा। धीरे-धीरे इसकी भी जरूरत नहीं पडे़गी।

केन्द्रीय वित्त राज्यमंत्री ने कहा कि रैक्टीफाइट टाइल,मारबल और ग्रेनाईट के संबंध में वित्त मंत्रालय को राजस्थान,तेलंगाना तथा आन्ध्र प्रदेश राज्य से पत्र प्राप्त हुए है। संभवतः इन विषयों पर जीएसटी कौंसिंल की बैठक में कोई सकारात्मक निर्णय लिया जा सके। उन्होंने बीकानेर के भूजिया-पापड़,बड़ी उद्योग पर कर कम किए जाने के संबंध में इसे केन्द्र सरकार के ध्यान में लाने का आश्वासन दिया।

संवाद कार्यक्रम में डॉ.सत्यप्रकाश आचार्य ने जीएसटी को आजादी के बाद का सबसे बड़ा आर्थिक सुधार बताया और कहा कि सरकार जीएसटी को लेकर फैलाई जा रही भ्रांतियों को दूर करेगी। इस अवसर पर मोती राम सेठिया ने कृषि उत्पाद के उपकरणों को जीएसटी से मुक्त करने की बात कही।जयकिसन अग्रवाल,एडवोकेट एसएन हर्ष,मनोज सेठिया,जिला व्यापार संघ के कन्हैया लाल बोथरा,जिला उद्योग संघ के जिला अध्यक्ष द्वारका प्रसाद पचीसिया, सुभाष मित्तल,रामकिसन मोदी,निर्मल,मनोज सेठिया,प्रकाश अग्रवाल आदि ने भूजिया,पापड़,ऊन ,मसाला व्यवासाय के बारे में जीएसटी कर में सुधार के लिए सुझाव दिए। मोहन सुराणा ने धन्यवाद ज्ञापित किया। संवाद कार्यक्रम में शिव अग्रवाल अतिथि के रूप में उपस्थित थे।

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