मुख्य अभियंता को नारेबाजी के बीच कड़ी धूप में बिठाकर दिया ज्ञापन
बीकानेर hellobikaner.in राजस्थान की अशोक गहलोत के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार की गलत नीतियों और कुप्रबंधन के कारण प्रदेश में गहराए भयंकर बिजली संकट और प्रतिदिन बिजली कटौती के निर्णय के विरोध में प्रदेशव्यापी आह्वान के तहत शहर भाजपा बीकानेर द्वारा जिलाध्यक्ष अखिलेश प्रताप सिंह के नेतृत्व में शुक्रवार को प्रातःकाल सांगलपुरा जयपुर रोड स्थित जोधपुर विद्युत वितरण निगम जीएसएस कार्यालय में जोरदार विरोध प्रदर्शन और आक्रोश व्यक्त करते हुए क्षेत्रीय मुख्य अभियंता को ज्ञापन दिया गया । कार्यक्रम में प्रदेश प्रतिनिधि के रूप में भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष और बीकानेर संभाग प्रभारी माधोराम चौधरी भी उपस्थित रहे। विरोध प्रदर्शन कार्यक्रम में बड़ी संख्या में शहर भाजपा के जिला-मंडल- मोर्चा- विभाग-प्रकोष्ठ पदाधिकारियों, पार्षदों और अन्य कार्यकर्ताओं ने हिस्सा लिया।
भाजपा जिला मंत्री और मीडिया प्रभारी मनीष आचार्य ने बताया कि शहर भाजपा कार्यकर्ताओं ने क्षेत्रीय मुख्य अभियंता मनसाराम मीणा के चैम्बर में बिजली कटौती और विभाग की नाकामियों के खिलाफ़ कड़ा विरोध दर्ज करवाते हुए मुख्य अभियंता को उनके कार्यालय से बाहर ले जाकर कड़ी धूप में बिठाते हुए जबरदस्त नारेबाजी के बाद ज्ञापन दिया।
ज्ञापन देने से पूर्व भाजपा कार्यकर्ताओं ने बिजली विभाग कार्यालय के गेट के आगे हाथों में तख्तियां और भाजपा के झंडे लेकर मुख्यमंत्री, ऊर्जा मंत्री और बिजली विभाग के खिलाफ जोरदार नारेबाजी के साथ सभा भी आयोजित की।
सभा को संबोधित करते हुए भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष और बीकानेर संभाग प्रभारी माधोराम चौधरी ने राज्य की कांग्रेस सरकार को हर मोर्चे पर विफल बताते हुए कहा कि सरकार की गलत नीतियों और कुप्रबंधन के कारण जनता का हर वर्ग त्रस्त है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अपनी नाकामियों को छिपाने के लिए सुबह उठते ही केवल और केवल केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर दोषारोपण करते हैं।
चौधरी ने कहा कि राज्य सरकार ने बिजली संकट के समाधान के लिए समय रहते कोयले की व्यवस्था के साथ ही सौर और पवन ऊर्जा आपूर्ति के लिए भी कंपनियों से समझौता नहीं किया और प्रदेश में बन रही अक्षय ऊर्जा की दूसरे राज्यों में आपूर्ति की जा रही है। राज्य की बदहाल आर्थिक स्थिति के लिए राज्य सरकार को पूरी तरह से जिम्मेदार बताते हुए चौधरी ने कहा कि कोयले आपूर्ति के लिए भी भ्रम की स्थिति पैदा की जा रही है।
उन्होंने कहा कि गहलोत सरकार में मंत्रियों और विधायकों को लूट की खुली छूट दी जा रही है। बिजली कटौती के कारण नहर का पानी खेतों तक नहीं पहुंच रहा है और पशुधन का बुरा हाल है। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता राज्य सरकार के खिलाफ सड़कों पर संघर्ष करते हुए आंदोलन के लिए तैयार हैं।
भाजपा जिलाध्यक्ष अखिलेश प्रताप सिंह ने कहा कि राज्य सरकार केवल और केवल आरोप-प्रत्यारोप लगाने में व्यस्त है और कांग्रेस की स्वयं की ही छत्तीसगढ़ सरकार ने भी राजस्थान सरकार को कोयला देने से मना कर दिया है क्योंकि आर्थिक स्थिति पूरी तरह से बदहाल है।
सिंह ने कहा कि कहा कि कोल इंडिया, बिजली कंपनियों और वितरण कंपनियों को भुगतान नहीं होने की स्थिति में उन्होंने भी सुचारू आपूर्ति के लिए हाथ खड़े कर दिए हैं। राज्य सरकार की नाकामी का हाल यह है कि कांग्रेस के विधायक और नेता भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो को भी भ्रष्ट बता रहे हैं तथा अधिकारी और नेता एक दूसरे को भ्रष्ट साबित करने में लगे हैं।
प्रदेश कार्यसमिति सदस्य और पूर्व जिलाध्यक्ष डॉ. सत्यप्रकाश आचार्य ने कहा कि अशोक गहलोत की कांग्रेस सरकार झूठे वादों की सरकार है और आमजन को बरगलाकर सत्ता में आई कांग्रेस पार्टी को जनता आगामी विधानसभा चुनाव में आइना दिखा देगी।
जिला महामंत्री अनिल शुक्ला, मोहन सुराणा और युवा मोर्चा जिलाध्यक्ष वेद व्यास ने भी सभा को संबोधित करते हुए कहा की भीषण गर्मी और परीक्षाओं के समय में राज्य सरकार की नाकामियों का फल आम जनता और विद्यार्थियों को भुगतना पड़ रहा है।
शुक्रवार के विरोध प्रदर्शन और ज्ञापन कार्यक्रम में प्रदेश उपाध्यक्ष और संभाग प्रभारी माधोराम चौधरी, भाजपा जिलाध्यक्ष अखिलेश प्रताप सिंह, प्रदेश कार्यसमिति सदस्य पूर्व जिलाध्यक्ष डॉ.सत्यप्रकाश आचार्य, जिला महामंत्री मोहन सुराणा, अनिल शुक्ला, नरेश नायक, अविनाश जोशी, अशोक प्रजापत, गोकुल जोशी, मनीष आचार्य, कौशल शर्मा प्रोमिला गौतम, अजय खत्री, नरसिंह सेवग, जेठमल नाहटा, मुकेश ओझा, चंद्रप्रकाश गहलोत, कमल आचार्य, दिनेश महात्मा, देवकिशन मारू, वेद व्यास, श्यामसुंदर चौधरी, राजाराम सींगड़, सोहनलाल चांवरिया, सुमन छाजेड़, डॉ. सिद्धार्थ असवाल, सोहन सिंह पडिहार, विजय कोचर, भारती अरोड़ा, राधा खत्री, ज्योति विजयवर्गीय, दीपक यादव, मोहन सिंह राठौड़, शिव मेघवाल, कपिल स्वामी, रामपाल सेन, विमल पारीक, मनोज पुरोहित, संजय गुप्ता, धर्मेंद्र सिंह सोलंकी, मघाराम नाई, अनिल हर्ष, प्रेम गहलोत, पुखराज स्वामी, दीपक यादव, ऋषि पारीक, निशांत गौड़, भगवती स्वामी, अर्जुन प्रजापत, गिरिराज सिंह चारण, विक्रम कुमावत, अशोक शर्मा, तरुण स्वामी, युवराज व्यास आदि बड़ी संख्या में कार्यकर्ता उपस्थित रहे।