जिला कलक्टर ने दिए नियमित जांच के आदेश
हैलो बीकानेर न्यूज़ । जांच के दौरान विभिन्न कमियां पाए जाने तथा आरटीआई के नियमों की पालना नहीं करने पर शेरेरा के एक निजी विद्यालय की मान्यता तत्काल प्रभाव से निरस्त कर दी गई है।
जिला कलक्टर डाॅ. एन. के. गुप्ता की अध्यक्षता में गुरुवार को अटल सेवा केन्द्र में आयोजित जिला जन अभाव अभियोग निराकरण समिति की बैठक में जिला शिक्षा अधिकारी (प्रारम्भिक) उमाशंकर किराड़ू ने यह जानकारी दी। किराडू ने बताया कि जिला जन अभाव अभियोग निराकरण समिति के सदस्य रामसिंह चरकड़ा द्वारा जिले के प्राइवेट स्कूलों में सुरक्षा मानकों की समीक्षा तथा पालना के संबंध में प्रकरण प्रस्तुत किया था। इसकी अनुपालना में शिक्षा विभाग द्वारा शेरेरा के संस्कार पब्लिक उच्च प्राथमिक विद्यालय की जांच की गई। जांच के दौरान विद्यालय में टीन शेड कक्ष होने, चारदीवारी नहीं होने, बालवाहिनी का लाइसेंस नहीं होने तथा इसमें क्षमता से अधिक बच्चों को बिठाए जाने तथा 8वीं तक की मान्यता होने के बावजूद स्कूल में कक्षा 9 और 10 के विद्यार्थियों को पढ़ाए जाने जैसी अनियमितताएं मिलीं। इसके बाद स्कूल की मान्यता समाप्त कर दी गई।
प्रतिमाह करें औचक निरीक्षण
जिला कलक्टर ने भविष्य में इस प्रकार की कार्यवाही जारी रखने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि प्रारम्भिक एवं माध्यमिक शिक्षा अधिकारियों द्वारा प्रतिमाह कम से कम पांच स्कूलों की जांच की जाए। इस दौरान यदि कहीं नाॅम्र्स के मुताबिक व्यवस्थाएं नहीं पाई जाती हैं तो संबंधित विद्यालय के खिलाफ नियमानुसार सख्त कार्यवाही की जाए। उन्होंने कहा कि स्कूलों में सुरक्षा मानकों से समझौता नहीं किया जाए। जिला कलक्टर ने नगरीय सीमा में चल रही अवैध दूध डेयरियों के खिलाफ कार्यवाही करने के निर्देश भी दिए। उन्होंने कहा कि निगम द्वारा ऐसी डेयरियांे के खिलाफ एफआइआर दर्ज करवाई जाए।
अगले माह तक हो पेंशन प्रकरण का निस्तारण
उपनिवेशन विभाग के सेवानिवृत पटवारी नरेन्द्र सिंह राजावत की पेंशन प्रकरण के संबंध में जिला कलक्टर ने अगली बैठक से पूर्व नियमसम्मत कार्यवाही करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि प्रकरण बेवजह लंबित नहीं रहे। ऐसा होने पर जिम्मेदार अधिकारी के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी। जतनदेवी द्वारा प्रस्तुत जोधपुर विद्युत वितरण निगम नोखा के कर्मचारी द्वारा मनमानी किए जाने के प्रकरण की जांच के सम्बंध में विद्युत विभाग के अधिकारी ने बताया कि दो अभियंताओं का दल गठित कर दिया गया है। भंवरी देवी द्वारा पूगल के चक 3 डीकेडी में स्वीकृतशुदा रास्ते से अतिक्रमण हटाकर रास्ता खुलवाने के प्रकरण में जिला कलक्टर ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से कार्यवाही करने के निर्देश दिए।
उपमहापौर ने की नाला सफाई की मांग
बैठक के बाद जिला स्तरीय जनसुनवाई आयोजित हुई। जनसुनवाई के दौरान विभिन्न प्रकरण प्राप्त हुए। उपमहापौर अशोक आचार्य ने नत्थूसर गेट से श्रीरामसर तक जाने वाले नाले की सफाई, इसमें उगे हुए पेड़ों को वन विभाग के माध्यम से हटवाने तथा नाले के ऊपर से गुजर रहे विद्युत तारों को स्थानांतरित करने की मांग की। जनसुनवाई के दौरान लूणकरनसर तहसील के धीरेरां ग्राम पंचायत के जैसा ग्राम में अवैध बाॅयलर हटाने, बांगडसर के संतोष नगर निवासी राजेश कुमार उपाध्याय ने दीन दयाल ग्राम ज्योति योजना के तहत बिजली कनेक्शन देने, श्रीगंगानगर निवासी गुरदीप कौर द्वारा पेंशन प्रकरण के निस्तारण के लिए आवेदन किया गया।
आए विभिन्न प्रकरण
जनसुनवाई में शिवबाड़ी के रेगरों का मौहल्ला निवासी छगनलाल द्वारा रास्ता खुलवाने बाबत प्रकरण प्रस्तुत किया गया। नोखा गांव के निवासियों की ओर से नोखा गांव से सुरपुरा जाने वाली कंकरीट सड़क का डामरीकरण करवाने, डांडूसर ग्राम पंचायत के रामरतन गोदारा व अन्य ग्रामवासियों की ओर से ग्राम पंचायत में 400 शौचालय, सामुदायिक भवन, जल हौद बनवाने की मंजूरी देने के लिए प्रकरण प्रस्तुत किया गया। खारा निवासी मीरा देवी व अन्य लोगों की ओर से खातेदारी अधिकार दिलवाने, खारी चारणान के राजकीय बालिका माध्यमिक विद्यालय से सेवानिवृृत प्रधानाध्यापिका रेणु अग्रवाल द्वारा द्वितीय चयनित वेतनमान स्वीकृत करवाने, ग्राम पिथरासर के भंवरलाल बिश्नोई द्वारा पिथरासर से मूंजासर के बीच कटाणी रास्ते पर अतिक्रमण हटवाने सम्बन्ध में प्रकरण प्रस्तुत किया गया।
इस अवसर पर नगर निगम आयुक्त प्रदीप के गावन्डे, अतिरिक्त कलक्टर (नगर) शैलेन्द्र देवड़ा, यूआईटी सचिव डाॅ राष्ट्रदीप यादव, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक डाॅ लालचंद कायल, उपखंड अधिकारी नानूराम सैनी, समिति सदस्य रामसिंह चरकड़ा, मनोज सेठिया, अरविन्द किशोर आचार्य सहित विभिन्न अधिकारी मौजूद थे।