अवैध अफीम की तस्करी के लिए पंजाब के बदमाशों ने बीकानेर में डकैती की वारदात, स्विफ्ट डिजायर को छीन कर भागे अपराधी, सभी आरोपियों को किया गिरफ्तार
हैलो बीकानेर न्यूज़। दिनांक 13-10-2018 को जयपुर बाईपास पर स्विफ्ट डिजायर गाड़ी के ड्राईवर के साथ मारपीट कर उसकी गाड़ी छीनकर ले जाने के मामले में प्रभावी कार्यवाही करते हुए पुलिस ने पंजाब राज्य के 05 अभियुक्तों को गिरफ्तार करने में बीकानेर पुलिस ने सफलता प्राप्त की है।
इस सम्बन्ध में जानकारी देते हुए पुलिस अधीक्षक, बीकानेर सवाई सिंह गोदारा ने बताया कि दिनांक 13-10-2018 को पुलिस थाना डूँगरगढ़ पर परिवादी खालिद पुत्र अयुब निवासी डूँगरगढ़ नेे लिखित रिपोर्ट दी कि आज शाम को मेरे पास मेरे चाचा का फोन आया उन्होंने मुझे कहा कि डूँगरगढ़ से बीकानेर के लिए गाड़ी किराये पर लेकर जानी है तुम गाड़ी लेकर जहां मेरी गाड़ी खड़ी रहती है वहां पर आधे घण्टे बाद आ जाना वहां पर तुम्हे दो लोग मिलेगें जिनको लेकर बीकानेर जाना है। आधे घण्टे बाद मैं गाड़ी लेकर डूँगरगढ़ चौराहे पर आ गया।
मेरे पास अनजान व्यक्ति आया और कहा आपसे बीकानेर जाने की बात हुई थी तो मैनें हॉ कर दी। वह मेरे पास वाली सीट पर बैठ गया और एक लड़का पिछे बैठ गया। वहां से हम बीकानेर के लिए रवाना हो गये। सिसोमू स्कूल के पास उनके तीन साथी और खडे़ थे वो भी गाड़ी मे बैठ गये। रवाना होकर बीकानेर के पास जयपुर बाईपास के पास पहुंचे तो वो सब नीचे उतर गये और आपस में बात करने लगे। मैं भी नीचे उतर गया। मैने टाइम ज्यादा होने का हवाला देकर चलने को कहा तो उन्होने पीछे से मेरे ऊपर वार कर मुझे नीचे गिरा दिया और मेरे साथ बुरी तरह से मारपीट करने लगे व मेरी ऑखों में मिर्च डाल दी और घसीटकर झाड़ियों में ले जाकर मेरे हाथ और मुंह रस्सी से बांध दिये।
मेरे पास रूपये और जो अन्य सामान था वो सब सामान और गाड़ी लेेकर फरार हो गये। जिस पर मुकदमा संख्या 225/18 कर अनुसंधान प्रारम्भ किया गया। पुलिस अधीक्षक द्वारा प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए थानाधिकारी डूँगरगढ़ प्रदीपसिंह व साईबर सैल के कानिस्टेबल दीपक यादव को निर्देश देकर घटनास्थल के सीसीटीवी फुटेज व अन्य तकनीकी पहलुओं पर बारीकी से अनुसंधान करने का निर्देश दिया, व अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ग्रामीण लालचन्द कायल को उक्त प्रकरण की प्रतिदिन मॉनिटरिंग करने हेतु निर्देशित किया गया। तकनीकी अनुसंधान से पता चला कि गाड़ी नागौर की तरफ गई है। जिस पर थानाधिकारी डूँगरगढ़ प्रदीप सिंह ने एक टीम गठित कर नागौर भेजा जहां पर गाड़ी लावारिश हालत में मिली।
थानाधिकारी प्रदीप सिंह व साईबर सैल के कानिस्टेबल दीपक यादव ने तकनीकी पहलुओं पर गहनता से अनुसंधान कर मुल्जिमानेां को चिन्हित कर लिया। मुल्जिमानों के पंजाब के अमृतसर में होने की सूचना मिली। जिस पर श्रीडूँगरगढ थाना के उप निरीक्षक राजेन्द्र कुमार को मय टीम के पंजाब के लिए रवाना किया गया। वहां से पॉचों मुल्जिमानो को गिरफतार कर लाये जिन्हें आज माननीय न्यायालय में पेश कर केन्द्रीय कारागार में भिजवाया गया जहां पर शिनाख्त परेड करवाई जावेगी।
वारदात का तरीका –
मुल्जिम कनीराम पुत्र खियांराम निवासी दियावड़ी जिला नागौर जो पंजाब में सड़क निमार्ण पर मजदुरी का कार्य करता है। वहां उसके साथी मुल्जिम नवदीप सिंह पुत्र गुरूदेवसिंह निवासी अमृतसर पंजाब, विक्की पुत्र राधेश्याम निवासी अमृतसर पंजाब, कुजदीपंिसह पुत्र हरदेवसिंह निवासी अमृतसर पंजाब व गुरूसेवक पुत्र सतनामसिंह निवासी अमृतसर पंजाब के साथ मिलकर अवैध अफीम की तस्करी की योजना बनाई। मुल्जिमो ने अवैध अफीम की खरीददारी करने के लिए अपनी मोटरसाईकिल व अन्य सामान गिरवी रखकर रूपये जुटाये व पंजाब से नागौर आ गये। वहां पर कुछ दिन रूकने के बाद तस्करी के लिए गाड़ी की आवश्यकता होने पर नागौर से श्रीडुगंरगढ आये और वहां पर डकैती की योजना बनाई। वहां से रवाना होकर जयपुर बाईपास के पास उक्त घटना को अंजाम दिया। घटना के बाद नागौर के पास गाड़ी लावारिस हालत में छोड़कर पंजाब चले गये।
टीमः- थानाधिकारी श्रीडुगंरगढ प्रदीपसिंह पुलिस निरीक्षक, राजेन्द्र कुमार उप निरीक्षक, रामकेश हैड कानिस्टेबल, राकेश कानिस्टेबल, तेजपाल कानिस्टेबल, मुकेश कानिस्टेबल तथा दीपक यादव कानिस्टेबल साईबर सैल।
उक्त प्रकरण को ट्रेस आउट करने में साईबर सैल के कानिस्टेबल दीपक यादव का महत्वपूर्ण योगदान रहा।