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 सादगी सरलता और सौम्यता की प्रतिमूर्ति थे भवानी भाई, गरीबो के मसीहा निर्विवाद नेता- मधु आचार्य

 शिक्षा के लिए अलख जगाने वाले पुरुष- शंकर पन्नू

बीकानेर (हैलो बीकानेर न्यूज़)। राजस्थान के वरिष्ठ नेता जननेता आदरणीय भवानीशंकर शर्मा की प्रथम पुण्यतिथि पर जन श्रद्धांजलि सभा धरणीधर सभागार में आयोजित की गई| उपस्थित जनसमुदाय ने भवानी भाई को प्रेरणा पुंज बताते हुए भावांजलि और पुष्पांजलि अर्पित की।

जन श्रद्धांजलि सभा के मुख्य वक्ता साहित्यकार पत्रकार मधु आचार्य आशावादी ने भवानी शंकर जी के व्यक्तित्व और कृतित्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि भवानी शंकर शर्मा इस दुनिया मे गम को हटाने और खुशियां बिखेरने आये थे हर वर्ग के लिए सहज उपलब्ध होने वाले जननेता थे। भवानी भाई सीधे सीधे अर्थों में कहा जाए तो अतिशयोक्ति नही की सादगी सरलता और सहजता जैसे शब्द शायद भवानी भाई के पर्याय थे उनकी जीती जागती मिसाल भवानीशंकर शर्मा के जीवन से मिलती है| विस्तार से जीवनी पर प्रकाश डालते हुए मधु आचार्य जी ने कहा कि इस बीकानेर शहर की पहचान अगर है तो भवानी भाई है बुद्धिजीवी वर्ग की पहचान है तो भवानीशंकर शर्मा है ऐसे व्यकि विरले ही पैदा होते है भवानीशंकर शर्मा इस धरती पर भगवान का जीता जागता स्वरूप थे उनमें माँ, बाप, भाई, सखा और हमराह सब की छाया थी जिसको जैसा चाहिए वैसा भवानीशंकर जी उसके हो जाते।

प्रदेश कांग्रेस वरिष्ठ उपाध्यक्ष पूर्व सांसद शंकर पन्नू ने भावांजलि व्यक्त करते हुए कहा कि अपने जीवन काल मे उन्होंने देखा कि शिक्षा से कोई वंचित ना रहे और हर जरूरतमंद विद्यार्थी की वे आगे बढ़कर सहायता करते उनके जैसा व्यक्तित्व मिलना बहुत मुश्किल है।

भाजपा जिला अध्यक्ष सत्यप्रकाश आचार्य ने भावांजलि व्यक्त करते हुए कहा कि बीकानेर के सर्वप्रिय और हँसमुख मिलनसारिता का व्यक्तित्व थे भवानी भाई उनके जाने से सिर्फ कांग्रेस ही नही समूचा बीकानेर जन समुदाय आहत हुआ क्योकि विचारधारा के साथ साथ उनके लिए मानवता पहला धर्म था और उन्होंने उज़्को बखूबी जिया।

शहर कांग्रेस वरिष्ठ उपाध्यक्ष कन्हैयालाल कल्ला ने भावांजलि व्यक्त करते हुए कहा कि भवानीशंकर शर्मा जी बीकानेर की एक ऐसी शख़सियत थे जिन्होंने अपने उम्र भर हर उस व्यक्ति का साथ दिया जो उनके सामने अपनी समस्या लेकर गया उनके लिए पर पीड़ा को दूर करना पहली प्रथमिकता थी ऐसे शख्स दुनिया मे अपने विचार छोड़ जाते है जो कि प्रेरणा दायक बनते है।

अध्यक्षता करते हुए एडवोकेट जगदीश शर्मा ने कहा कि भवानी भाई प्रेरणा पुरुष थे उनके जीवन का हर पल किसी न किसी के कार्यो को पुरा करने में व्यक्त हुआ वे अपने लिए नही दुनिया के लिए जीने आए थे और यही कारण हैं कि आज उनकी श्रद्धांजलि में हर समाज हर वर्ग का व्यक्ति स्वत मौजूद है ऐसे पुरुष ही महापुरषो की श्रेणी में आते है।

जन श्रद्धांजलि सभा की भाजपा पूर्व जिलाध्यक्ष विजय आचार्य, हिन्दू जागरण मंच के जेठानंद व्यास, प्रदेश कांग्रेस सचिव राजकुमार किराडू,अहमदाबाद से आये वरिष्ठ चिक्तिसक डॉ धीरज मरोठी,साहित्यकार इरसाद अजीज,पूर्व पार्षद गोकुल जोशी,डॉ ओम कुवेरा,गोपाल पुरोहित,कमल कल्ला,कर्मचारी नेता शिवलाल तेजी,सुरेन्द्र सिंह शेखावत,हीरालाल हर्ष, गुजर गौड़ समाज के विश्वनाथ शर्मा, पंडित गायत्री प्रशाद शर्मा,गिरराज खेरिवाल,मोह्माद रमजान रंगरेज ब्लॉक अध्यक्ष आनंड सिंह सोढा, डेयरी नेता महेश जोशी, पट्टू जोशी,महेश भोजक, रमेश जाजड़ा, जसविंदर सिंह,हरिओम गर्ग,डॉ बीडी शर्मा,नंदकिशोर गालरिया,आनंड जोशी,अशोक बोबरवाल,उमेद सिंह केके व्यास, मोइनुदीन कोहरी, महिला अध्यक्ष सुनीता गौड़, संतोष पड़िहार,निशा गहलोत,देवकिशन गहलोत शकुंतला शर्मा,सरोज सेवग,अलका शर्मा, वरुण शर्मा, वरिष्ठ अधिवक्ता सुरेन्द्र शर्मा, साहित्यकार बुलाकी जी, राजेन्द्र जी,राजाराम स्वर्णकार, रामसहाय हर्ष, राजेश ओझा, नगेन्द्र किराडू, श्याम तवर, रिद्धकरण सेठिया, कैलाश गोयल, हाजरी देवड़ा, होलसेल भंडार पूर्व अध्यक्ष सुरेन्द्र व्यास अरविंद मिढा, राजेश आचार्य ने संबोधित करते हुए श्रधांजलि अर्पित की।

इस अवसर पर दुर्गादत्त भोजक, सोहन चौधरी, दयाशंकर, प्रेमशंकर शर्मा,आर के शर्मा, कन्हिया महाराज,ऋषि व्यास प्रणव भोजक, सहित बड़ी संख्या में गणमान्य जन मौजूद थे जनश्रधांजली की शुरआत में वरिष्ठ पत्रकार अनुराग हर्ष ने सभी उपस्थित जनसमुदाय का कार्यक्रम के बारे में जानकारी देते हुए स्वागत किया, संचालन युवा साहित्यकार हरीश बी शर्मा ने किया।

अंत मे आभार ज्ञापित करते हुए आयोजन समिति के नितिन वत्सस ने उपस्थित जनसमुदाय के सामने मन्नू सेवग और राजेश भोजक के साथ यह घोषणा की भवानीशंकर शर्मा की जयंती पर उनके पावन स्मृतियों में पत्रकारिता का राष्ट्रीय पुरष्कार दिया जाएगा और जल्द ही जननेता भवानीशंकर शर्मा की प्रतिमा लगाई जाएगी। जन श्रद्धांजलि के अंत मे दो मिनट का मौन रखा गया और इस अवसर पर भजन मंडली द्वारा भजन प्रस्तुत किये गए।

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