बीकानेर, hellobikaner, राजेश ओझा। इस बार पुष्करणा समाज के ओलंपिक सावे में सैंकड़ों शादियां होने जा रही है। कल 18 फरवरी को बीकानेर में पुष्करणा ब्राह्मण समाज का ओलंपिक सावा आयोजित होने जा रहा है। कोरोना के कारण 2021 में यह सावा आयोजित नहीं हो पाया था।
पुष्करणा समाज में शादीयों में अनेकों परम्पराओं का निर्वहन किया जाता है। शादि के एक दिन पूर्व दुल्हन-दुल्हे के घर जाती है, लेकिन वह उसके घर या विवाह स्थल में प्रवेश नहीं करती, दुल्हन घर या विवाह स्थल के बाहर तक जाती है। इस परंपरा को ‘छिंकी’ या गणेश परिक्रमा कहा जाता है।
पहले दुल्हन दुल्हे के यहां जाती है और फिर दुल्हा-दुल्हन के घर आता है। दोनों ही वाहन में बैठकर एक दुसरे के यहां जाते है। जानकारी के अनुसार आज रात बीकानेर में सैकड़ों गणेश परिक्रमाएं निकलने वाली है क्योंकि कल पुष्करणा ओलंपिक सावे के दिन जिनकी शादी है उनकी आज ‘छिंकी’ या गणेश परिक्रमा निकाली जायेगी।
‘छिंकी’ या गणेश परिक्रमा के दौरान दुल्हन विशेष पिले रंग के वस्त्र पहनती है वही दुल्हा भी पिले रंग के कपड़े पहनता है। दुलहन के साथ उसके घर वाले दुल्हे के घर तक जाते है और दुल्हे के साथ उसके घर वाले दुल्हन के घर तक साथ जाते है।
‘छिंकी’ या गणेश परिक्रमा निकालते समय एक विशेष गीत गाया जाता है उस गीत को गुनगुनाते हुए एक दुसरे के यहां जाते है। रास्ते में 4 जगहों पर गणेश पूजा पंडित द्वारा करवाई जाती है। ‘छिंकी’ या गणेश परिक्रमा निकालते समय लड़की व लड़के गाडी या वाहन से बाहर तक नहीं आते