बीकानेर में कई वर्षो से शरद पूर्णिमा पर रघुनाथ मंदिर पर इस रासलीला का आयोजन होता आ रहा है
बीकानेर(जयनारायण बिस्सा)। शहर के तेलीवाड़ा में स्थित रघुनाथजी मंदिर में शरद पूर्णिमा पर रासलीला का मंचन किया गया। रघुनाथ महोत्सव समिति की ओर से दूधिया रोशनी शुरू हुई इस रासलीला में भगवान श्रीकृष्ण, राधा और गोपियों की नृत्य लीलाओं को मंचित कि या गया। सोमवार सुबह 9 बजे तक चली इस लीला में रंगमंच कलाकारों ने श्रीकृष्ण की माखनलीला, बंशीलीला, महादेव लीला व बलि लीला का सुन्दर मंचन उपस्थित श्रद्वालुओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। इस मौके पर आयोजकों की ओर से 151 किलो खीर की महाप्रसादी का वितरण भी किया गया। समिति के लक्ष्मीनारायण रंगा ने बताया कि रासलीला आयोजन की परम्परा बीकानेर शहर में करीब दो सौ साल अनवरत जारी है। यह देश की एक मात्र अनूठी रासलीला का मंचन है जो आधी रात के बाद यानि रात 12 बजे शुरू होती है। सालों पहले जब रोशनी के लिए आज की तरह बिजली के उपकरण नहीं थे तब शरदपूर्णिमा की आधी रात को जब चांद की रोशनी पूरे शबाब पर होती थी म ंचन शुरू होता था। बिना किसी तरह की अन्य रोशनी के चांद की रोशनी में पूरा मंचन साफ दिखता था। हालांकि अब बल्बों से रोशनी में यह मंचन चलता है। जिसमें कृष्ण की बाललीलाओं से लेकर महादेव और बलिलीला तक का मंचन किया जाता है। इसी के साथ रासलीला देखने जुटे लोगों के लिए खीर और भांग का प्रसाद भी होता है। जो इस आयोजन का अनूठा बनाता है।