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hellobikaner,उदयपुर में गुरुवार को भाजपा युवा मोर्चा के वर्तमान शहर जिलाध्यक्ष ने पूर्व जिलाध्यक्ष और उन्हीं के गुट के सुखाड़िया यूनिवर्सिटी के पूर्व अध्यक्ष हिमांशु बागड़ी पर हमला कर दिया। मारपीट की यह घटना सीसीटीवी में भी कैद हो गई। जिसमें जिलाध्यक्ष सन्नी पोखरणा सहित अन्य आरोपी धाराधार हथियारों के साथ दिख रहे हैं। उदयपुर शहर में दिन-दहाड़े पार्टी वर्चस्व को लेकर हुई इस घटना से क्षेत्र में भय व्याप्त हो गया है। वहीं बदमाशों कानून को लेकर कितने बेखौफ यह भी नजर आ रहा है।

हत्या नहीं कर पाए तो अपहरण की कोशिश
पूर्व भाजयुमो जिलाध्यक्ष गजेंद्र भंडारी शाम करीब 5 बजे अपने कार्यकर्ताओं के साथ भूपालपुरा ऑफिस पर बैठे थे। तभी वहां सन्नी पोखरणा 10-12 लड़कों के साथ पहुंचा। ऑफिस के बाहर ही हमलावरों को हिमांशु बागड़ी दिखा और उन्होंने उस पर हमला कर दिया। इस दौरान हमलावरों ने भाजयुमो के पूर्व जिलाध्यक्ष गजेंद्र भंडारी पर भी हमला करने का प्रयास किया। हमलावरों ने वहां खड़ी हिमांशु बागड़ी की कार में भी तोड़फोड़ की। इस दौरान आरोपियों ने हिमांशु बागड़ी के अपहरण की भी कोशिश की। लेकिन मौके पर भीड़ जुटने के कारण से प्रयास में सफल नहीं हुए।

पूर्व जिलाध्यक्ष बोले : अपराधिक प्रवृति के लोगों को संगठन में लेने का नतीजा

मामले को लेकर जिलाध्यक्ष सन्नी पोखरणा ने कहा कि वह फ्रस्टेट हो चुके थे। पोखरणा ने कहा कि मेरी पूरी कार्यकारिणी गजेंद्र भंडारी के कहने पर काम कर रही थी। बार-बार कहने के बावजूद वो मेरे कहने पर नहीं भंडारी के कहने पर काम कर रहे थे। ऐसे में स्वाभिमान से कबतक समझौता करता। वहीं पूर्व जिलाध्यक्ष गजेंद्र भंडारी ने कहा कि ऐसे आपराधिक प्रवृति के लोगों को संगठन में लाने का नतीजा ऐसा ही होता है। अगर पोखरणा से काम नहीं हो रहा है तो ये उसकी लीडरशिप पर सवाल है। पूरे घटनाक्रम की शिकायत शहर जिलाध्यक्ष रवींद्र श्रीमली और विधायक और नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया से कर दी है।

वर्चस्व की लड़ाई
उदयपुर में भाजपा की अंदरूनी लड़ाई खूनी संघर्ष में तब्दील हो गई। इस संघर्ष में प्रदेश के शीर्षस्थ भाजपा नेताओं का नाम आ रहा है। बताया जा रहा है कि जिस नेता पर हमला हुआ है वह नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया के करीबी है। वहीं हमला करने वाले सन्नी पोखरणा को भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया का समर्थन है।
प्रदेश संगठन के नेताओं के समर्थन से ही पोखरणा जिलाध्यक्ष बने थे। जबकि कटारिया गजेंद्र भंडारी को जिलाध्यक्ष बनाना चाहते थे। ऐसे में दोनों के बीच खींचतान अक्सर देखने को मिलती थी।

हिमांशु के साथ कुछ दिन पहले हुई थी बहस

जानकारी के अनुसार हिमांशु बागड़ी के साथ कुछ दिन पहले सन्नी पोखरणा की एक पार्टी में बहस हुई थी। गजेंद्र भंडारी ने बताया कि तब भी पोखरणा ने हिमांशु बागड़ी को धमकी दी थी। उसी के बाद अब हिमांशु बागड़ी पर हमला किया गया है।

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