बीकानेर (Hello Bikaner News)। महाराणा प्रताप महान थे या अकबर इस विषय को लेकर एबीवीपी बीकानेर के कार्यकर्ताओं ने शिक्षा राज्य मंत्री गोविन्द डोटासरा को काले झंडे दिखाकर विरोध कर आक्रोश जताया।
एबीवीपी नेता दिनेश ओझा व उम्मेद सिंह राठौड़ ने शिक्षा मंत्री गोविंदसिंह डोटासरा के खिलाफ नारेबाजी कर काले झंडे दिखाए और महाराणा प्रताप जिंदाबाद एबीवीपी जिंदाबाद के नारे लगाए। आपको याद ही होगा की दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल जब बीकानेर आये थे तो कुछ लोगो ने उन पर काली स्याही फेकी थी। उस प्रकरण में भी दिनेश का नाम आया था। दिनेश ने हैलो बीकानेर को प्रेस नोट जरी कर बताया की मंत्री गोविंदसिंह डोटासरा महाराणा प्रताप को महान बताने के सवाल पर दो बार गोलमोल जवाब दे चुके हैं।
कैबिनेट की बैठक के बाद उन्होंने मीडिया के इस तरह के सवालों पर कहा था कि हमने नहीं कहा कि यह महान है या वो महान है। शिक्षा मंत्री डोटासरा ने निजी तौर पर महारणा प्रताप या अकबर को महान बताने से इंकार करते हुए कहा था कि अब उनका व्यक्तिगत कुछ नहीं है, क्योंकि उन्हें प्रदेश की जनता ने जिस पद पर बैठाया है, उसके अनुसार उन्हें सभी लोग और वर्ग के अनुसार निर्णय करना है।
एबीवीपी नेता दिनेश ओझा ने महाराणा प्रताप को वीरता और अखण्डता का प्रतीक बताया। प्रताप को हर जाति-धर्म को साथ लेकर विदेशी आक्रमणकारियों के विरुद्ध लडऩे वाला भारत मां का सच्चे सपूत बताया। उनकी महानता को किसी प्रमाण की आवयश्कता नहीं है महाराणा प्रताप पर राजनीति करना गलत है। शिक्षा मंत्री के महाराणा प्रताप को महान नहीं मानना दुर्भाग्यपूर्ण है।
मंत्री के बयान से एबीवीपी के कार्यकर्ता आक्रोशित थे ऐसे नेताओं को लोकतंत्र के लिए खतरा बताया और कहा कि नैतिकता के आधार पर इस्तीफा देना चाइए।