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प्रदेश में विद्युत उत्पादन की कमी को देखते हुए जोधपुर डिस्कॉम में विद्युत आपूर्ति व्यवस्था में बदलाव किया

जोधपुर । प्रदेश में देश व्यापी कोयले की कमी के कारण विद्युत उत्पादन में 3000 हजार मेगावाट बिजली की कमी को देखते हुए जोधपुर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड द्वारा विद्युत आपूर्ति व्यवस्था में बदलाव किया गया है।

 

डिस्कॉम की प्रबंध निदेशक आरती डोगरा ने बताया कि प्रदेश में देश व्यापी कोयले की कमी के कारण तापीय विद्युत उत्पादन संयंत्रों की विद्युत उत्पादन क्षमता में भारी कमी आयी है। भारत में बिजली की कमी के कारण उचित मूल्य पर एनर्जी एक्सचेंज से भी बिजली उपलब्ध नहीं हो रही है। बिजली की बढ़ी हुई मांग के कारण थोड़ी बहुत बिजली कुछ समय के अन्तराल में बिजली का मूल्य एनर्जी एक्सचेंज में 9 रूपये प्रति यूनिट पहुंच गया है।

वर्तमान में प्रदेश में विद्युत उत्पादन क्षमता

प्रदेश में तापीय विद्युत उत्पादन संयंत्र से 1500 मेगावाट के स्थान पर 730, कोटा से 1240 के स्थान पर 600, छबडा में 1000 के स्थान पर 635 मेगावाट व निजी क्षेत्र के आडानी पॉवर संयंत्र से 1200 के स्थान पर 616 मेगावाट ही बिजली उत्पादन हो रहा है। राजवेस्ट की 135 मेगावाट की 2 इकाईयों से भी बिजली उपलब्ध नहीं हो रही है। काली सिंध से 1200 मेगावाट के स्थान पर 551 मेगावाट विद्युत उत्पादन हो रहा है। इस कारण प्रदेश में 3000 मेगावाट बिजली उत्पादन में कमी आ गई है। राज्य में 19,113 मेगावाट विद्युत उत्पादन क्षमता उपलब्ध है, जो कि राज्य की बिजली आपूर्ति के लिए भरपूर है, वर्तमान में औसत मांग लगभग 2100 लाख यूनिट के सापेक्ष राज्य के स्त्रोतो की बिजली उत्पादन क्षमता 2600 लाख यूनिट है। परन्तु कोयले की आपूर्ति में कमी के कारण यह स्थिति बनी है। मौसम में बदलाव के कारण पवन व पन बिजली उत्पादन क्षमता में भी कमी आयी है।

वर्तमान में डिस्कॉम में विद्युत आपूर्ति की यह रहेगी व्यवस्था

जोधपुर डिस्कॉम में बिजली उत्पादन की कमी की स्थिति को देखते हुए संभाग मुख्यालय पर प्रातः 9 से 11 बजे तक दो घंटे, जिला मुख्यालयों पर व नगरपालिका क्षेत्रों पर प्रातः 11 से दोपहर 2 बजे तक 3 घंटे व 24 घंटे आपूर्ति ग्रामीण फीडरो पर दोपहर 2 से 6 बजे तक 4 घंटे विद्युत आपूर्ति नहीं की जा सकेगी। ग्रामीण क्षेत्रों में ब्लाक समय के अलावा प्रातः 5 से 8 बजे व सांय 6 से रात्रि 11 बजे को छोड़कर यदि घरेलू लोड के अलावा लोड आता है तो सिंगल फेज विद्युत आपूर्ति नहीं की जा सकेगी। 

कृषि उपभोक्ताओं के लिए 

कृषि उपभोक्ताओं को 5 घंटे के तीन ब्लाक प्रातः 4 से 9, प्रातः 9 से दोपहर 2 बजे, दोपहर 2 बजे से सायं 7 बजे तक विद्युत आपूर्ति साप्ताहिक बदलते क्रम में की जायेगी। यदि कहीं तंत्र क्षमता की सीमा के कारण कृषि आपूर्ति चैथे ब्लाक में भी करने की अनिवार्यता है तो उसे रात्रि 11 बजे से प्रातः 4 तक के ब्लाक में की जायेगी।

कोयले की उपलब्धता की सामान्य स्थिति होने पर पुनः जल्द ही पूर्व की भांति विद्युत आपूर्ति उपलब्ध हो सकेगी।

अतिआवश्यक सेवाऐ इससे मुक्त रहेगी

अतिआवश्यक सेवाओं को इस व्यवस्था से मुक्त रखा जायेगा। 

बिना व्यवधान विद्युत आपूर्ति

बिना व्यवधान सुचारू विद्युत आपूर्ति के लिए सम्बन्धित अधिशाषी अभियंता की जिम्मेदारी रहेगी व वृत स्तर पर नियंत्रण कक्ष से अधीक्षण अभियन्ता व मुख्य अभियन्ता के द्वारा  निगरानी की जायेगी।

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