बीकानेर hellobikaner.com भाजयुमो बीकानेर शहर जिलाध्यक्ष वेद व्यास ने कहा कि भरतपुर नगर के गाँव पसोपा में पिछले 553 दिनों से चल रहे ब्रज चौरासी कोस परिक्रमा क्षेत्र में आने वाले आदिबद्री व कनकांचल पर्वत रक्षा के लिए संत विजयदास जी महाराज आंदोलन कर रहे थे।
जब राजस्थान की गूंगी बेहरी कोंग्रेस सरकार ने उनकी आवाज नही सुनी तो उन्होंने आत्मदाह करने जैसा कदम उठाया ताकि आदिबद्री पर्वत को खनन माफियाओं से बचाया जा सके। व्यास ने कहा कि मुख्यमंत्री को तुरंत अपने पद से इस्तीफा देना चाहिए और खनन मंत्री पर हत्या का मुकदमा दर्ज कर कार्यवाही करनी चाहिए।
जिला उपाध्यक्ष अशोक बोबरवाल व जिला महामंत्री सोहन सिंह परिहार ने कहा कि जिस तरह साधु संतों की नगरी राजस्थान में कोंग्रेस सरकार में संतो पर जो अत्याचार हो रहे है यह कोंग्रेस सरकार की ओछी मानसिकता को दर्शाता है।
सोशल मीडिया जिला संयोजक विक्रम सिंह राजपुरोहित ने कहा कि पूज्य संत का बलिदान राजस्थान की तानाशाही सरकार के ताबूत में अंतिम कील के रूप में साबित होगा।
पूज्य संत का बलिदान यूँही व्यर्थ नहीं जायेगा जिस तरह कोंग्रेस सरकार में श्री कृष्ण जी की भूमि पर संतो को न्याय नही मिल रहा है जो कि खनन माफियाओ को खुली छूट दी हुई है इस कारण ऐसा दर्शय आज राजस्थान में देखने को मिल रहे है।
पुतला दहन कार्यक्रम में किसान मोर्चा जिलाध्यक्ष श्यामसुंदर चौधरी, देहात महामंत्री प्रदीप सारस्वत,सांगिलाल गहलोत, भवानी पाईवाल ,हेमंत कछावा,नथमल कुम्हार मनोज भाटी ऋषि पारीक मदन सोनी,मुकुल स्वामी,विक्रम कुमावत,हिमांशु अग्रवाल,राजेन्द्र जालप, गोविंद सारस्वत, पवार, जितेंद्र सिंह राजपुरोहित, युवराज व्यास, विनीत सिंह सोढा, केशव आचार्य, विकास राजपुरोहित, नरेंद्र सिंह भाटी, नीरव राजपुरोहित, पंकज अग्रवाल,कवि आचार्य, भरत सिंह राजवी, यशपाल गहलोत, अमन राजपुरोहित, हर्षवर्धन आचार्य, विकास पवार, दीपक राजपुरोहित, दुर्गेश सोनी मोहित बोथरा, संजय सोनी, भैरुरतन ओझा, धनपत मारू, भवानी कच्छावा,मुकुल गहलोत,प्रेम,अर्जुनसिंह, विजय, त्रिलोक भाटी, गौरव भाटी आदि उपस्थित थे।