बीकानेर। साहित्य अकादमी, नई दिल्ली की वेबलाइन साहित्य श्रृंखला में आज राजस्थानी के युवा रचनाकारों ने ‘ युवा साहिती ‘ के तहत रचना पाठ किया।
अकादमी में राजस्थानी भाषा के प्रभारी ज्योतिकृष्ण वर्मा ने बताया कि इस आयोजन में राजूराम बिजारणिया – लूणकरणसर, राम लखारा विपुल – बाड़मेर और सुधा सारस्वत – बीकानेर ने अपना रचना पाठ किया। बिजारणिया ने महाजन फील्ड फायरिंग रेंज के कारण उझड़ें गांवों की दारुण व्यथा अपनी कविताओं में बताई। लखारा ने समसामयिक विषयों की कविता व गीत सुनाया। सुधा ने कहानी पाठ किया। उसकी कहानी में मानवीय संबंधों के बिखराव को अभिव्यक्त किया गया था।
आयोजन के अंत में अकादमी में राजस्थानी भाषा के संयोजक मधु आचार्य ‘ आशावादी ‘ ने कहा कि युवा रचनाकारों की कविता और कहानी राजस्थानी साहित्य के उज्ज्वल भविष्य के लिए भरोसा दिलाती है। उन्होंने कहा राजस्थानी का युवा साहित्य दूसरी भाषाओं के बराबर खड़ा है। ज्योतिकृष्ण वर्मा ने बताया कि कोरोना काल में अकादमी वेबलाइन साहित्य सीरीज के माध्यम से पाठकों तक पहुंचने का प्रयास कर रही है। रचनाकारों ने अकादमी और सचिव के श्रीनिवास राव का आभार जताया।