हैलो बीकानेर न्यूज़ नेटवर्क, www.hellobikaner.com बीकानेर। तेज रफ़्तार 108 एंबुलेंस जैसे ही अस्पताल के गेट पर पहुंची, पीपीई किट में उपस्थित स्टाफ ने उसमे आए डमी कोविड मरीज को तुरंत ऑक्सीजन लगाकर स्ट्रचर पर लिया और लगभग दौड़ाकर सीधा प्रथम तल पर स्थित कोविड वार्ड में एडमिट कर लिया। जहां नर्सिंग स्टाफ व चिकित्सकों ने मरीज का ऑक्सीजन स्तर चेक कर उसे स्टेबल किया।
यह दृश्य था एसडीएम जिला अस्पताल में सोमवार को कोविड के विरुद्ध तैयारियों की मॉक ड्रिल का। यह मॉक ड्रिल सफल रही। इसके पश्चात मेडिकल ऑक्सीजन प्लांट का भी निरीक्षण किया गया। मॉक ड्रिल के आयोजन में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ मोहम्मद अबरार पंवार, अस्पताल के अधीक्षक डॉ प्रवीण चतुर्वेदी, कोविड वार्ड प्रभारी डॉ भूपेंद्र तिवाड़ी, डॉ संजय खत्री, जिला आईईसी समन्वयक मालकोश आचार्य, नर्सिंग अधीक्षक नरेंद्र यादव, नर्सिंग अधिकारी अमित वशिष्ट, करण शर्मा, डॉ प्रबल पवार, सुरभि सक्सेना, आफताब, बजरंग, ओमिंद्र, सुमन, प्रेम, विजय छंगानी, शरद, राजू आदि का सक्रिय योगदान रहा। अस्पताल अधीक्षक डॉ चतुर्वेदी ने कोविड को लेकर अस्पताल की तैयारियों, ऑक्सिजन, दवाओं की उपलब्धता, कोविड सैम्पल व स्टाफ के प्रशिक्षण के संबंध में उपस्थित मीडिया को जानकारी दी।
सीएमएचओ डॉ पंवार ने बताया कि कोरोना की किसी प्रकार की नई लहर की स्थिति में बीकानेर जिला पूर्णत: अलर्ट और तैयार है। चाहे वह बात ऑक्सीजन की उपलब्धता की हो या बेड की, वेंटिलेटर की, दवाइयों की और चाहे प्रशिक्षित मानव संसाधन की। जिले में तैयारियों की समीक्षा के लिए सोमवार को मेडिकल कॉलेज से संबद्ध पीबीएम अस्पताल, जिला अस्पतालों, उपजिला अस्पतालों, सेटेलाइट अस्पताल, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों, शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों तथा सूचीबद्ध निजी अस्पतालों सहित 90 से अधिक अस्पतालों में मॉक ड्रिल की गई। लगभग सभी व्यवस्थाएं सुचारू पाई गई। जो बंद पड़ी थी उन्हें चला कर देख लिया गया।
डॉ अबरार पंवार ने जिला अस्पताल नोखा व निजी अस्पताल एपेक्स हॉस्पिटल में भी मॉक ड्रिल का जायजा लिया। उप मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी स्वास्थ्य डॉ लोकेश गुप्ता ने नापासर सीएचसी, पीएचसी किलचू व यूपीएचसी तिलक नगर का निरीक्षण किया गया। वहीं जिला प्रजनन एवं बाल स्वास्थ्य अधिकारी डॉ राजेश कुमार गुप्ता ने सीएचसी देशनोक में मॉक ड्रिल का निरीक्षण कर आवश्यक दिशा निर्देश दिए।