नई दिल्ली। पेट्रोल और डीजल की आसमान छूती कीमतों के खिलाफ आवाज बुलंद कर रही दिल्ली कांग्रेस गुरुवार को मानव श्रृंखला बनाकर अपना विरोध दर्ज करायेगी। दिल्ली कांग्रेस ने दोनों ईंधनों के दामों में वृद्धि के खिलाफ हस्ताक्षर अभियान चलाया हुआ है। इसके तहत पार्टी के कार्यकर्ता राजधानी के लोगों से जगह.जगह जाकर हस्ताक्षर करा रहे हैं। कांग्रेस का लक्ष्य 10 लाख लोगों से हस्ताक्षर कराने का है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय माकन ने आज यहां बताया कि इस अभियान का उद्देश्य जनता को जागरुक करना है कि किस तरह केन्द्र की मोदी और दिल्ली की केजरीवाल सरकार पेट्रोल.डीजल के दाम बढ़ाने के लिए जिम्मेदार है। उन्होंने बताया कि अभियान के अगले कदम में 21 सितम्बर को नयी दिल्ली में मंडी हाउस से संसद मार्ग तक एक मानव श्रृंखला बनाकर दोनों ईंधनों की कीमत में बेतहाशा बढ़ोतरी के खिलाफ विरोध दर्ज कराया जायेगा। मानव श्रृंखला बनाये जाने के दौरान इस बात का ख्याल रखा जायेगा कि सड़क पर यातायात पर किसी प्रकार का असर नहीं पड़े और यात्रियों को कोई परेशानी नहीं होने पाये। माकन ने कहा कि पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ने से रोजमर्रा के इस्तेमाल की आवश्यक वस्तुएं,सब्जी,फल और दूध की कीमतों पर भी खासा असर पड़ा है। पेट्रोल और डीजल की कीमतों के बारे में केन्द्र सरकार के मंत्रियों के बयानों को असंवेदनशील बताते हुए प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि लोगों को राहत देने की बजाय कीमतों में बढ़ोतरी को वाजिब ठहराने का काम किया जा रहा है। उन्होंने आम आदमी पार्टी(आप) के विधायकों से अपील की कि वे मुख्यमंत्री के खिलाफ विरोध करें क्योंकि सरकार ने दोनों ईंधनों पर मूल्यवर्धित कर (वैट) में बढ़ोतरी की है। दिल्ली सरकार को वैट की दर कांग्रेस सरकार के समय जितनी कर देनी चाहिए। इससे ही आठ रुपए प्रति लीटर की कमी आ जायेगी। उन्होंने कहा कि अभी तक आप पार्टी चुप थी, जब कांग्रेस ने अभियान चलाया तो उसे यह डर सताने लगा कि कहीं बाजी उसके हाथ से नहीं निकल जाये और वह भी इस मुद्दे पर आवाज उठाने लगी।