हैलो बीकानेर दीपावली जैसे विशेष त्योहार के समय पर नगर निगम एवं उसके अधिकारियों का रवैया शहर की सफाई व्यवस्था के प्रति बहुत ही उदासीन रहा है। दशहरा जैसे बड़े त्यौहार के अवसर पर भी निगम की तरफ से किसी प्रकार की सफाई व्यवस्था शहर में नहीं करवाई गई। हर बार कमेटियां बनाई जाती थी इस बार कोई कमेटी नहीं बनाई गई। यह बात नगर निगम उप महापौर अशोक अचार्य ने जिला कलक्टर कुमार पाल गौतम को आज अपने ज्ञापन में कही।
आचार्य ने अपने ज्ञापन में कहा कि नगर निगम कार्यालय के हालात अत्यन्त ही चिंताजनक है। कार्यालय में कोई भी अधिकारी अपनी सीट पर नहीं मिलता। निगम के आयुक्त को आज लगभग तीन महीने हो गये, कभी भी अपने चैम्बर में नहीं मिलते है। निगम द्वारा जो ट्रेक्टर और टैक्सिायां घरों से कचरा संग्रहण के लिए नियुक्त की गई है वे समय पर नहीं पहुंचती है। इस बारे में कई बार अधिकारियों से सूचित किया चुका है लेकिन कोई अधिकारी ढंग से जवाब नहीं देता। ठेकेदारों और अधिकारियों की मिली भगत से सारे कृत्य हो रहे है जिससे आमजन परेशान हो रहा है।
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आचार्य ने अपने ज्ञापन में कहा है कि निगम कार्यालस में निर्माण व सिवरेज संबंधी कार्य नहीं हो रहे है। अधिकारी अपने कक्ष में नहीं मिलते तो बाबू लोग आम जनता को सिर्फ टालमटोल भरे जवाब देते रहते है। आश्चर्य का विषय है कि निगम के आयुक्त भण्डार कक्ष में जाकर बैठते है इसका क्या औचित्य है?
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आचार्य ने ज्ञापन में बताया कि जिला कलक्टर ने दशहरा पर्व ध्यान में रखते हुए अपने चैम्बर में जो मीटिंग ली थी और समुचित सफाई के लिये निगम अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिये थे उनको भी निगम के अधिकारियों ने हवा कर दिया है। आचार्य ने कलक्टर को ज्ञापन में लिखा है कि नगर निगम कार्यालय का औचक निरीक्षण करें और परिस्थिति का व्यक्तिगत अनुभव करें। आगामी पांच दिवस में इस विषय पर कोई ठोस कार्यवाही नहीं की तो मुझे मजबूरन नगर निगम कार्यालय के समक्ष अनिश्चितकालीन धरना दिया जायेगा जिसकी समस्त जिम्मेवारी जिला प्रशासन की होगी।