हैलो बीकानेर। अखिल राज्य सेवारत चिकित्सक संघ के आह्वान पर सम्पूर्ण राजस्थान में चिकित्सक “अगस्त क्रांति ” के आगाज पर बीकानेर जिले के सभी चिकित्सा अधिकारियों ने अगस्त क्रांति के लिए अतिऊत्साह,जोश एंव दृढनिश्चता दिखाते हुए अध्यक्ष डॉ नंद किशोर सुथार के नेतृत्व में काली पट्टी बांधकर कलेक्टरेट परिसर में एकत्रित होकर अपने हक की लड़ाई के लिए संपूर्ण भागीदारी हेतु प्रतिबद्धता दिखाई एवं श्रीमान जिलाधीश महोदय श्री अनिल गुप्ता को मुख्यमंत्री के तथा स्वास्थ्य मंत्री के नाम 33 जिला 33 मांग आग्रह पत्र सौंपा ।
डॉ सुनील हर्ष ने बताया कि पिछले 6 वर्षों से चिकित्सको की निम्न प्रमुख मांगे लंबित है…..
डी ए सी पी विसंगतिया ,एरियर वापसी आदेश निरस्त करने,एक पारी चिकित्सालय संचालन ,पंचायती राज से मुक्ति ,प्री पी जी सेवारत चिकित्सको को 10 20 30 के तहत पूर्व में चयनित स्थान से छेड़छाड़ नही करने,राजस्थान मेडिकल सर्विस कैडर,ग्रामीण भत्ता, इमरजेंसी एवं पोस्टमार्टम भत्ता, ओवरटाइम कार्य भत्ता, ग्रामीण क्षेत्रों मे दंत चिकित्सक की नियुक्ति, इंटर्न स्टूडेंट का स्टाईफंड बढाने आदि प्रमुख मांगे है।
डॉ सुनील हर्ष ने बताया कि मांगे नहीं माने जाने की स्थिति मे चिकित्सकों ने प्रस्तावित आंदोलन की और आगे जाने की बात कही और काली पट्टी बांधकर कार्य करते हुए 21 अगस्त तक लगातार विरोध प्रदर्शन शुरू किया जाएगा। 21अगस्त को जयपुर में एक दिन का विरोध प्रदर्शन स्वरूप “राज्यस्तरीय धरना ” आयोजित किया जाएगा जिसमे सभी जिलों से अधिक से अधिक चिकित्सक जयपुर धरनास्थल पर पार्टिसिपेट करेंगे। 23 अगस्त से 29 अगस्त तक हर जिले में लगातार 2 घंटे कार्य का बहिष्कार रखा जाएगा । फिर भी मांगों की पूर्ति न होने पर तो 30 अगस्त 2017 को हर सेवारत चिकित्सक के “सामूहिक अवकाश” पर जाने की चेतावनी दी।
अरिस्डा की ओर से अध्यक्ष डॉ नंद किशोर सुथार, सीएमएचओ डॉ देवेंद्र चौधरी, डॉ अबरार, डॉ सी. एस. मोदी, सचिव डॉ जय नारायण आदि ने जिला कलेक्टर महोदय को सारी स्थिति समझायी कि 2011 के आंदोलन में हुए सरकार से समझौते का उल्लंघन हो रहा है जिससे सारे चिकित्सक समाज मे रोष हो रहा है और वो आंदोलन की राह पर जा रहा है। जिस पर जिलाधीश महोदय ने उनकी मांगों के बारे में मुख्यमंत्री महोदया को अवगत कराने का आश्वासन दिया।