नई दिल्ली। नीरव मोदी से जुड़े घोटाले को लेकर पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) देश का पहला बैंक होगा जिसका नाम डिफॉल्टरों की सूची में होगा। इस घोटाले के चलते पीएनबी यूनियन बैंक अॉफ इंडिया के 1000 करोड़ रुपए का देनदार है। अगर पीएनबी आगामी 31 मार्च तक भुगतान नहीं कर देता तो वह यूनियन बैंक की बही में डिफॉल्टर घोषित कर दिया जाएगा। एेसी परिस्थिति में यूनियन बैंक इसे एनपीए (नान पर्फार्मिंग एसेट) करार दे देगा।
उल्लेखनीय है कि पीएनबी ने नीरव मोदी की पक्ष में 2000 करोड़ डॉलर का एलओयू (लेटर अॉफ अंडरटेकिंग) जारी किया था।
31 मार्च तक यूनियन बैंक अॉफ इंडिया को चुकाना होगा हजार करोड़ रुपए, यह पैसा पीएनबी की जमानत पर नीरव ने लिया था
इतना ही नहीं पीएनबी एलओयू जारी करने के क्रम में एक्सिस बैंक, इलाहाबाद बैंक व स्टेट बैंक का क्रमशः 2000-3000 करोड़, 4000 करोड़ व 1300 करोड़ रुपए का कर्जदार बन गया।
जानकारी के मुताबिक नीरव मोदी व मेहुल चोकसी के नाम पीएनबी ने प्रति दिन 20 एलओयू जारी किया। यह खेल पिछले सात साल से जारी था। राज्यसभा में वित्तमंत्री अरुण जेटली ने बताया था कि पीएनबी की ओर से दी गई सूचना के मुताबिक 90 दिनों की वैधता के साथ 7672 एलओयू, 180 दिनों की वैधता के साथ 20,078 एलओयू, 365 दिनों की वैधता के साथ 11,224 एलओयू 365 दिनों से अधिक की वैधता के साथ 2,204 एलओयू जारी किए गए थे।