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झुंझुनू। विकास को लेकर बड़े दावे करने वाले जिम्मेदारों के दावों में कितनी सच्चाई है। इसका अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि स्वच्छ भारत मिशन के तहत जिले के चिड़ावा कस्बे की लुहार बस्ती में दो साल पहले लाखों रुपए खर्च कर बनाया गया सामुदायिक शौचालय (community toilets building) आज दिन तक शुरू नहीं हो पाया है। उद्घाटन के इंतजार में यह सामुदायिक शौचाालय भवन धूल फांक रहा है और उसकी हालत भी जर्जर हो चुकी है। इस शौचालय के ताले खुलने से पहले ही गेट पर लगाए गए शीशे तक टूट चुके हैं।सामुदायिक शौचालय के सामने कचरे के ढेर लगे हुए हैं। यहां लोग खुले में लघुशंका का निवारण करते नजर आते हैं। पालिका भवन के पीछे चंद कदमों की दूरी पर स्थित इस सामुदायिक शौचालय को शुरू कराने की जहमत कोई नहीं उठाना चाहता है। वहीं बस्ती में रहने वाले लुहार समाज के लोगों का कहना है कि उनके घरों में शौचालय नहीं होने के कारण उनको सडक़ के किनारे जाकर खुले में शौच करना पड़ता है। खुले में महिलाएं शौच करने जाती हैं तो उनको शर्म तो बहुत आती है, मगर मजबूरी में करे क्या? इस सामुदायिक शौचालय को शुरु कराने के लिए वे कई बार पालिका प्रशासन और नेताओं से भी गुहार लगा चुके हैं, मगर उनकी कोई सुनवाई नहीं करता है। स्थानीय लोगों ने सामुदायिक शौचालय को शुरू नहीं कराने पर आक्रोश भी व्यक्त किया। मौहल्ले के रामकुमार लुहार का कहना है कि लुहार बस्ती में पांच दर्जन से अधिक मकान है और यहां पर 200 से अधिक लोग रहते हैं। घरों में शौचालय नहीं होने के कारण खुले में शौच जाते हैं। यहां सामुदायिक शौचालय को बनाए तो दो साल से अधिक हो गए है, लेकिन उसे शुरू आज दिन तक नहीं कराया है। सुमन लुहार का कहना है कि खुले में शौच जाते हैं। लुहार बस्ती में अधिकतर घरों में शौचालय नहीं है। ऐसे में बहन-बेटियों को भी खुली सडक़ पर जाकर ही शौच करना पड़ता है। शर्म तो बहुत आती है, मगर मजबूरी में करें क्या? यहां सामुदायिक शौचालय तो बना दिया, लेकिन उस पर ताला लगा रखा है। वहीं चिड़ावा कस्बे के मुख्य मार्गों और बाजारों में भीड़भाड़ वाले स्थानों पर सुलभ शौचालय एवं पेशाब घर नहीं होने के कारण कई बार आमजन को बड़ी परेशानी होती है। ऐसे में लोगों को बेशर्म होकर ही खुले में अपनी लघुशंका का निवारण करना पड़ता है। हाल ही में नगर पालिका की ओर से कुछ स्थानों पर जो सुलभ शौचालय व पेशाबघर बनाए गए हैं, उनको भी अभी शुरू नहीं कराया गया है। कस्बे में रेलवे स्टेशन रोड, डालमिया गल्र्स स्कूल सहित अन्य स्थानों पर बनाए गए दर्जनों सुलभ शौचालयों पर उद्घाटन के इंतजार में उन पर भी ताले लटके हुए है। स्थानीय लोगों का कहना है कि बनाए गए सुलभ शौचालयों को जल्द शुरू करवाया जाए, ताकि आमजन को उसका फायदा मिल सके। चिड़ावा नगरपालिका के अधिशाषी अधिकारी ऋषिदेव ओला का कहना है कि लुहार बस्ती के सामुदायिक शौचालय को एक बार शुरू कराया था, मगर वह सही ढंग से संचालित नहीं हो सका। अब कस्बे के सभी सामुदायिक शौचालय व सुलभ शौचालयों को सुचारू रुप से संचालित करने के लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इनको जल्द ही शुरू कराया जाएगा।

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